जहानाबाद। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की संपत्ति पांच साल में 1800 फीसद बढ़ गई है। सोमवार को उन्होंने मखदुमपुर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। उनके अलावा प्रदेश में 84 अन्य उम्मीदवारों ने नामांकन प्रस्तुत किए। मांझी के खिलाफ थाने या न्यायालय में किसी प्रकार के मुकदमे नहीं हैं।
मांझी के बैंक खातों में 32 लाख 46 हजार 876 रुपये जमा हैं। जबकि वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथ पत्र के अनुसार मांझी के बैंक खातों में मात्र एक लाख 64 हजार रुपये ही थे। गया के खिजरसराय थाना क्षेत्र के महकार निवासी मांझी को अपने पैतृक गांव में चार सौ वर्ग फीट की परिधि में 13 लाख रुपये का एक मकान है। उनके पास खेती लायक कोई जमीन नहीं है। 2010 में मांझी की पत्नी शांति देवी के पास 50 ग्राम सोना था। मौजूदा शपथपत्र के अनुसार यह 80 ग्राम हो गया है। चांदी के आभूषण भी मात्र सौ ग्राम थे जो इस समय एक किलो हो गया है।
उस चुनाव के समय मांझी की तीन लाख बीस हजार की पालिसी थी और 50 हजार नकद भी थे लेकिन अब उनके पास न तो नकद पैसे हैं और नहीं कोई पालिसी है। हालांकि पत्नी के बैंक खाते में आठ लाख 87 हजार 554 रुपये जमा हैं। मांझी के पास 2005 मॉडल की एंबेसडर कार और 2011 मॉडल की एक स्कॉर्पियो गाड़ी है। इसके अलावा एक बंदूक भी है।
...फफक पड़े मांझी
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मखदुमपुर के गांधी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते जीतन राम मांझी इतने भावुक हो गए कि वे फफक कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने की सलाह दी थी। भाजपा चाहती थी कि वह चुनाव लड़ने की जगह प्रदेश के सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में घूम-घूम कर प्रचार करें। मेरी स्थिति ऐसी हो गई थी मानो किसी के घर से कोई बेटी विदा हो रही हो। मुझे लगा चुनाव नहीं लड़ूंगा तो मखदुमपुर के लोगों को क्या जवाब दूंगा जिनके स्नेह और आशीर्वाद के कारण मेरे जैसा अदना आदमी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा।
बोलेरो समेत 1.01 करोड़ जब्त
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने सोमवार की देर शाम वाहन जांच के दौरान दामोदपुर के पास बोलेरो समेत एक करोड़ एक लाख रुपये जब्त कर लिया। बोलेरो पर सवार पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पांच साल में 1800 फीसद बढ़ी मांझी की संपत्ति
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