श्रीनगर/नई दिल्ली। खतरनाक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा भारत में एक बार फिर 26/11 जैसी तबाही मचाने की साजिश रच रहा है। देश की खुफिया एजेसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तानी आतंकी समूह लश्कर-ए-तोएबा सात साल पहले मुंबई हमले की तरह भारत के शहरों में सार्वजनिक स्थान के अलावा सैन्य समूहों और रक्षा संस्थानों पर हमले कर सकता है। बताया जाता है कि 300 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ की तैयारी में हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने दावा किया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के 17 कैंपों में एक हजार से ज्यादा आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जीओसी 15वीं कोर के लेफ्टिनेंट जनरल दुआ ने अपने बयान में कहा, हमें जानकारी मिली है कि सीमा पार 315 से 320 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। यही नहीं, सीमा पार 17 कैंपों में 1000 से 1150 आतंकियों को कडी ट्रेनिंग दी जा रही है। यह बयान ऎसे समय आया है जब हाल ही खुफिया एजेंसियों ने भी आतंकी हमले की चेतावनी दी है। एजेंसियों का कहना है कि मुंबई हमले के सात साल बाद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा अब दोबारा भारत पर हमले की साजिश रच रहा है। वह देश में 26/11 की तर्ज पर हमला कर सकता है।

मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की नेवी लश्कर आतंकियों को ट्रेनिंग दे रही है। इन खुफिया इनपुट के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने समुद्री सरक्षा भी बढा दी है। लश्कर की साजिश भारत में कई शहरों और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले करने की है। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने ताजा अलर्ट जारी किया है। आईएसआई कर रही आतंकियों की मदद... मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी नेवी लश्कर के आतंकियों की मदद कर रही है। 2008 में मुंबई के हमलावर भी समुद्री रास्ते से ही भारत में दाखिल हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हाल ही गिरफ्तार किए गए दो पाकिस्तानी आतंकी भी इन हमलों की साजिश में शामिल थे। भारत में पिछले दिनों मोहम्मद नवेद और सज्जद को गिरफ्तार किया गया।