ग्वालियर। डेंगू और मलेरिया की रोकथाम को लेकर आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ.संजय गोयल का गुस्सा उन अधिकारियों पर फूटा, जिन्होंने मलेरिया और डेंगू की बीमारी की रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया। कलेक्टर ने जिला मलेरिया अधिकारी और नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी से पूछा कि शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। हॉस्पिटलों में डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए अब तक आपने किया क्या है। कहीं आपने प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों के साथ मरीज भेजने का कोई टाइअप तो नहीं कर लिया। कलेक्टर की इस तल्खी को देख दोनों अधिकारी सन्न रह गए। कलेक्टर ने दोनों से कहा कि अगर इस शहर में किसी मरीज की मौत डेंगू या मलेरिया के कारण होती है तो याद रखना जिम्मेदार आप दोनों होंगे और आपके खिलाफ हम एफआईआर तक करवाएंगे।
कलेक्टर ने दो टूक कहा, जब मैंने आप लोगों को पहली बारिश में ही हिदायत दी थी कि मच्छर पनपेंगे, कार्रवाई करो तो हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। इस पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.मनोज कौरव ने कहा कि सर, हमने शहर में 42 जगहों पर गड्ढों में दवा डलवाई थी। कलेक्टर ने पूछा- फिर दवा का असर क्यों नहीं हुआ। मरीजों की संख्या क्यों बढ़ रही है। उन्होंने दोनों अधिकारियों को 24 घंटे में पर्याप्त फोगिंग करने व छिड़कने के लिए दवा मंगाने के निर्देश दिए। अपने सामने ही मलेरिया अधिकारी से दवा के लिए फोन भी लगवाया। कलेक्टर ने दोनों अधिकारियों से स्पष्ट किया कि आप दोनों प्रतिदिन मलेरिया रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट मुझे दोगे।
घर-घर भेजो टीम, लिखित में लो गंदगी की जानकारी-
कलेक्टर ने नगर निगम कमिश्नर अजय गुप्ता से कहा कि आप अपने निगम के कर्मचारियों की टीम गठित कर उन्हें शहर के एक-एक घर में भेजो। उन घरों में खुले गड्ढे, कूलर, आंगन आदि में जमा कूड़ा, गंदा पानी हटाने की जानकारी लो। अगर ऐसा हो तो वहां सफाई करवाएं। आम लोगों से भी लिखित में सफाई करने की जानकारी लें। उन्हें जागरूक करने पेंपलेट भी बांटे।
10 दिन में हालात नहीं सुधरे तो पद से हटाने की कार्रवाई होगी
कलेक्टर ने बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनोज कौरव और ननि के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुभाष गुप्ता को दो टूक कहा कि अगर आपने अगले 10 दिन में शहर में मच्छरों के खात्मे के लिए संतोषजनक काम करके नहीं दिखाया तो आपको पद से हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
एक दर्जन से अधिक आएंगी फोगिंग मशीनें-
इतनी तल्खी के बाद असर भी तत्काल दिखा। नगर निगम कमिश्नर ने स्वास्थ्य अधिकारी को 17 सितंबर तक 10 और फोगिंग मशीनें हर हाल में मंगाने के निर्देश दिए। जिला मलेरिया अधिकारी ने 3 नई मशीनें लाने का भरोसा दिलाया। वर्तमान में शहर में सिर्फ 5 फोगिंग मशीनों से ही मच्छर मारने दवा छिड़कने का काम हो रहा है।
प्राइवेट हॉस्पिटल को देना होगी मरीजों की जानकारी-
कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि वे सभी प्राइवेट हॉस्पिटल वालों को स्पष्ट बता दें कि उन्हें डेंगू और मलेरिया के मरीजों की जानकारी अनिवार्य रूप से देना होगी। अगर नहीं देंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डेंगू-मलेरिया से मरीज मरा तो जिम्मेदार अधिकारी पर होगी एफआईआर
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