मुंबई : अमेरिकी रोजगार आंकड़ों से पहले वैश्विक शेयर बाजारों में चले बिकवाली के दौर के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 562.88 अंक टूटकर करीब 14 माह के निचले स्तर 25,201.90 अंक पर आ गया। यह सेंसेक्स का 14 जुलाई, 2014 के बाद का सबसे निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 25,006.98 अंक पर बंद हुआ था।
विशेषज्ञों का कहना है कि गैर-कृषि क्षेत्र के मजबूत रोजगार आंकड़ों से फेडरल रिजर्व को सितंबर में ब्याज दरों में बढ़ोतरी में मदद मिलेगी। जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल के आधारभूत अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘वैश्विक जोखिम बढ़ रहा है। अब अमेरिका में ब्याज दरों में जल्द बढ़ोतरी पर सबका ध्यान है।’ डॉलर के मुकाबले रपये में गिरावट से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,190.48 अंक या 4.51 प्रतिशत टूट चुका है। वहीं निफ्टी 346.90 अंक या 4.33 फीसद टूटा है। यह लगातार चौथा सप्ताह है जबकि दोनों में गिरावट आई है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज ज्यादातर समय तक नकारात्मक दायरे में रहने के बीच 25,119.06 अंक के निचले स्तर तक आया। अंत में यह 562.88 अंक या 2.18 प्रतिशत के नुकसान से 25,201.90 अंक पर बंद हुआ। कल सेंसेक्स 311.22 अंक चढ़ा था।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी आज 7,700 अंक से नीचे आ गया। निफ्टी 167.95 अंक या 2.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,655.05 अंक पर बंद हुआ। स्माल कैप और मिडकैप में क्रमश: 2.47 प्रतिशत और 1.90 प्रतिशत की गिरावट आई।
सेंसेक्स की कंपनियों में वेदांता में सबसे अधिक 4.84 प्रतिशत का नुकसान रहा। गेल का शेयर 4.73 प्रतिशत टूटा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 28 नुकसान में रहे। सिर्फ भारती एयरटेल और कोल इंडिया के शेयर ही लाभ में रहे।
सेंसेक्स 563 अंक टूटकर 14 माह के निचले स्तर पर हुआ बंद
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