ग्वालियर। जिले के 210 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों का प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर कायाकल्प किया जाएगा। इन स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए पर्याप्त टीचर्स व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके बाद स्कूल में हर पीरियड में निर्धारित समय के अनुसार शैक्षणिक कार्य हो सकेगा। शैक्षणिक कार्य समय पर कराने के लिए अलग से टाइम-टेबल भी तैयार किया जाएगा। राज्य शिक्षा केंद्र ने जिले में इस कार्य के लिए स्कूलों का चयन करने का निर्देश दिया है। इस आदेश के तहत जिले के 55 जनशिक्षा केंद्रों से 2 प्राइमरी और 2 मिडिल स्कूल का चयन किया जाएगा। इन स्कूलों का चयन हर ब्लॉक से होगा।

छात्रों के मान से होंगे टीचर्स

स्कूल में छात्रों के मान से पर्याप्त टीचिंग स्टाफ रखा जाएगा। स्कूलों में हर विषय के शिक्षक मौजूद रहेंगे। कोई भी पद रिक्त नहीं रहेगा। इससे स्कूलों में नियमित पढ़ाई हो सकेगी।

लाइब्रेरी की सुधरेगी हालत

- छात्रों में पढ़ने की आदत को विकसित करने के लिए स्कूल की लाइब्रेरी को भी अपडेट किया जाएगा, ताकि छात्र ज्यादा से ज्यादा किताबों को पढ़ सकें। लाइब्रेरी में समय-समय पर नई किताबें रखी जाएंगी।

स्कूल परिसर में होगी हरियाली

- स्कूल परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। परिसर को हरा-भरा बनाने के लिए जगह-जगह पौधे भी रोपित किए जाएंगे।

- स्कूल परिसर की दीवारों पर रंगाई-पुताई के साथ वॉल पेंटिंग भी की जाएगी। इससे छोटे बच्चों को स्कूल में बेहतर वातावरण मिल सकेगा।

- स्कूल में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे। साथ ही छात्र-छात्राओं के अलग-अलग टॉयलेट भी स्कूल में तैयार किए जाएंगे।

ब्लॉक में जनशिक्षा केंद्रों की स्थिति

- भितरवार - 11

- डबरा - 11

- घाटीगांव - 12

- मुरार शहरी - 10

- मुरार ग्रामीण - 11

स्कूल की स्थिति

- प्राइमरी स्कूल की संख्या - 559

- मिडिल स्कूल की संख्या - 1408


हर एक जनशिक्षा केंद्र से 2 मिडिल और 2 प्राइमरी स्कूल का चयन करने का कार्य किया जा रहा है। इन स्कूलों में पर्याप्त स्टाफ रखने के साथ-साथ उन्हें मुलभूत सुविधाओं से लैस किया जाएगा।