मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि नए अवतार में आई भाजपा अपने बुजुर्गों को कोल्ड स्टोरेज में डाल रही है। जिन लोगों ने भाजपा को फर्श से अर्श पर लाया, आज उनकी पूछ नहीं है। भारतीय संस्कृति की बात करने वाले लोग अपने बुजुर्गों को सम्मान देना नहीं जानते।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि मुरली मनोहर जोशी व लालकृष्ण आडवाणी की पार्टी में कोई पूछ नहीं है। पहले जब इनको कोई नहीं सुनता था, तो बिहारी बाबू को ले जाते थे। 25 वर्षों से जिस पार्टी की सेवा की, आज वही बिहारी बाबू को छोड़ रही है। मतलब निकल गए तो दूध की मक्खी की तरह निकालकर फेंके जा रहे हैं। बिहारी बाबू हमारे गौरव हैं। हमें उन पर नाज है। मतलब निकलने पर नहीं पहचानना भाजपा का आचरण है। जनता को इनका आचरण व इतिहास को समझते हुए झांसे में नहीं आना चाहिए।
मुलायम सिंह से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि जनता परिवार को एकजुट करने की कोशिश सफल नहीं हो सकी। वे किस कारणों से अलग हुए, कह नहीं सकता। नीतियों को लेकर बिहार चुनाव में हमारा महागठबंधन हुआ है जो अटूट है। चुनावी सर्वे पर कहा कि सीमित लोगों से पूछकर लोग निष्कर्ष निकालते हैं, इस पर अधिक गौर नहीं करता। भाजपा ने बिहार चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया है और पूरे देश के लोग बिहार आए हैं।
भाजपा ने अपने बुजुर्गों को कोल्ड स्टोरेज में डाला : नीतीश
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