18 सितंबर से उपलब्ध होंगी नेताजी से संबंधित 64 फाइलें
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य सचिवालय में एलान किया कि राज्य के गृह विभाग के पास रखीं नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलें 18 सितंबर से सार्वजनिक की जायेंगी. अगले शुक्रवार से ये फाइलें कोलकाता पुलिस की अर्काइव में उपलब्ध होंगी. उन्होंने कहा कि नेताजी से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास कुल 64 फाइलें हैं. एक या दो और फाइलें हो सकती हैं. सभी फाइलों की उचित समीक्षा करने के बाद हमने उन्हें 18 सितंबर से सार्वजनिक करने का फैसला किया. ममता ने कहा कि हमने फाइलें जारी करने का फैसला किया, ताकि हर कोई उन्हें देख सके. हमें ऐसा नहीं लगता कि फाइलों में आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी कोई चीज है. हर कोई जानना चाहता है कि नेताजी के साथ क्या हुआ. वह हमारी माटी के बहादुर सपूत थे और वह बंगाल से थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह केंद्र से अपील करेंगी कि वह अपने पास रखी नेताजी की फाइलें सार्वजनिक करे. इस पर ममता ने कहा कि यह फैसला करना केंद्र का काम है, लेकिन हम चाहते हैं कि नेताजी के बारे में सच्चाई सामने आये. यह पता लगाना आपलोगों (पत्रकारों) का काम है कि नेताजी के साथ क्या हुआ.
यह पूछे जाने पर कि क्या फाइलें सार्वजनिक किये जाने से 1948 से 1968 तक तत्कालीन केंद्र सरकार की ओर से नेताजी के भतीजे की कथित जासूसी कराये जाने को लेकर कोई सुराग मिल सकेगा, इस पर ममता ने कहा कि आपके पास विकल्प हैं. बेहतर होगा कि जवाब पाने के लिए आप फाइलों का अध्ययन करें. हाल ही में केंद्र की ओर से सार्वजनिक की गयीं नेताजी से जुड़ी फाइलों से खुलासा हुआ था कि गृह मंत्रालय ने उनके कम से कम दो भतीजों की जासूसी करायी थी.
फाइलों से खुलासा हुआ था कि खुफिया ब्यूरो (आइबी) ने 1948 से 1968 के बीच नेताजी के रिश्तेदारों पर नजर रखने का काम किया था. इस अवधि में ज्यादातर समय जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे. इसके बाद नेताजी के परिजन ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनसे जुड़ी हर फाइल सार्वजनिक करने का अनुरोध किया था.
नेताजी से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करेगी राज्य सरकार
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