इंदौर। बेटी के प्रेम विवाह से नाराज एक परिवार ने अपनी इंजीनियर बेटी और दामाद को राखी के बहाने घर बुलाया और उन पर जानलेवा हमला कर दिया। बेटी के दुपट्टे से दामाद का गला घोंटा और सिर पर वार किए। इसके बाद गर्भवती बेटी के पेट पर सीमेंट के पत्थर से वार किए। बाद में दोनों को घर के बाहर सड़क पर फेंक दिया। दामाद की मौके पर मौत हो गई, जबकि बेटी अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रही है। वारदात शनिवार रात बीसीएम पैराडाइज के पास गंगादेवी नगर में हुई।
पुलिस के अनुसार यहां रहने वाले नगर निगम जोनल अधिकारी पारस आरोलिया की बेटी अर्चना (24) और दामाद हेमेंद्र डोंगरे (25) राखी मनाने शाम को घर पहुंचे। रात साढ़े नौ से दस बजे के बीच रहवासियों ने शोर और हंगामा होते देखा तो बाहर निकले। यहां अर्चना और हेमेंद्र सड़क पर लहूलुहान पड़े थे। अर्चना के परिजन उन पर हमला कर रहे थे। रहवासियों को देखकर परिजन दोनों को उसी हालत में छोड़कर चले गए।
रहवासियों ने स्कूल वाहन से उन्हें बॉम्बे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हेमेंद्र को मृत घोषित कर दिया। अर्चना गंभीर घायल है और उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। उधर, वारदात से गुस्साए हेमेंद्र के परिजन ने आरोलिया परिवार के घर पर पथराव कर दिया। हेमेंद्र के परिजन की शिकायत पर पुलिस ने अर्चना के पिता पारस, मां विमला, चाची गीता आरोलिया, चाचा गड़सिंह, परिजन अचेंद्र पिता भगवानसिंह, ब्रजेश लता, शैलेंद्र, हरीश, अजय, अर्चना, कपिल माने और कपिल सिंह के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
एक साल पहले किया था प्रेम विवाह
अर्चना और हेमेंद्र स्कूल से लेकर कॉलेज तक सहपाठी रहे। करीब एक साल पहले दोनों ने प्रेम-विवाह किया। इससे अर्चना के परिजन नाराज थे। राखी के तीन दिन पहले तक दोनों परिवारों के बीच बात तक नहीं होती थी। लेकिन परिजन ने अर्चना को राखी पर आने का न्योता भेजा और पुरानी बातें भूलने के लिए कहा। इस पर हेमेंद्र और दो भतीजियों चीनू और चीनी को लेकर अर्चना राखी मनाने पिता के घर जा पहुंची।
बेटी के दुपट्टे से घोंटा गला
हेमेंद्र के परिजन के अनुसार जैसे ही उन्होंने घर के भीतर प्रवेश किया, दरवाजा बंद कर आरोलिया परिवार उन पर टूट पड़ा। दोनों बच्चियों के सामने ही दोनों के साथ जमकर मारपीट की गई। बाद में अर्चना के दुपट्टे से हेमेंद्र का गला घोंटा। जब वह निढ़ाल होकर गिर पड़ा तो बेटी का गला भी दुपट्टे से घोंटा।
गर्भ में पल रहे बच्चे को मारने की कोशिश
उन्होंने केवल बेटी दामाद पर ही हमला नहीं, किया बल्कि चार माह की गर्भवती अर्चना के अजन्मे बच्चे को भी मारने की कोशिश की। घर के बाहर सड़क पर पड़े सीमेंटेड पत्थर उठाकर उसके पेट पर मारे। चेहरे पर भी वार किए, ताकि वह जिंदा न बच सके।
होस्टल की युवतियों ने देखा हंगामा
आरोलिया परिवार के घर के सामने स्थित जैन होस्टल में रहने वाली युवतियों ने जब हंगामा देखा तो बाहर आकर शोर मचाया। इसी दौरान साथ आई भतीजियों चीनू और चीनी ने भी आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाई। आसपास के लोग बाहर निकले तो परिजन उन्हें छोड़कर घर के भीतर चले गए और छत पर खड़े होकर देखने लगे।
राखी के बहाने घर बुलाकर दामाद की हत्या
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