भोपाल। गोविंदपुरा इलाके में बीती रात महिला की चेन लूटने के बाद फायर करने वाले बदमाश बैतूल से हत्या के मामले में फरार 25 हजार रुपए के इनामी गैंगस्टर निकले। पांच दिन से वे भोपाल में फरारी काट रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पिस्टल, 10-10 राउंड की दो मैगजीन और 9 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। बैतूल पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है।
उन्हीं से आरोपियों के हत्या के मामले में फरार होने की पुष्टि हुई। उधर, पुलिस ने आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर गोविंदपुरा पुलिस के हवाले किया गया है। पुलिस की मानें तो आरोपी यहां भी किसी बड़े गैंगवार को अंजाम देने की फिराक में थे।
गोविंदपुरा पुलिस के मुताबिक इंद्रपुरी निवासी सरोज गुप्ता (63) पति आरके गुप्ता से चेन लूट के मामले में बैतूल निवासी हिमालय पवार (22) और रिंकू राठौर (24) को गिरफ्तार किया था। तलाशी में उनके पास से चोरी की बाइक, देसी पिस्टल, 29 जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में उन्होंने सालभर पहले बैतूल में हत्या की वारदात को अंजाम देने की जानकारी दी।
उन्होंने पुलिस को बताया कि वह बीते एक साल से मप्र के अलावा यूपी में के कई शहरों में फरारी काट चुके थे। हिमालय ने बताया कि लोगों के पीछा करने के कारण उन्होंने फायर किया था, लेकिन गोली किसी को नहीं लगी। इसके बाद पिस्टल का कॉक फंस गया और दूसरा फायर नहीं हो सका।
पंडित गिरोह के लिए करते हैं काम
हिमालय ने बताया कि वह बैतूल में पंडित गिरोह के लिए काम करते हैं। हत्या के बाद से वह बैतूल, भोपाल, इंदौर और यूपी के हमीरपुर समेत कई अन्य शहरों में छिपते रहे। वहां कुछ समय रुकने के बाद दोनों ठिकाना बदल दते थे। आरोपियों के मुताबिक वह हमीरपुर में एक अपराधी के यहां फरारी काट रहे थे। लेकिन राजनीतिक दवाब के चलते उसे गिरफ्तारी देनी पड़ी, जिसके बाद वह भोपाल आ गए।
जारी है पूछताछ
दोनों आरोपी बैतूल से हत्या के मामले में फरार हैं। वह यहां भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। - अंशुमान सिंह, एसपी साउथ
आंखों-देखी : 'गोली मारना है या खानी है'
मकान नंबर 167/2, बी साकेत नगर निवासी देवी सिंह (46) प्रॉपर्टी का काम करते हैं। उन्होंने नवदुनिया से चर्चा करते हुए बताया कि रात करीब 9ः30 बजे वे अपने दोस्त सुभाष खरे और नितिन के साथ कार से अशोका गार्डन से गोविंदपुरा की तरफ आ रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि आईटीआई रोड पर एक कार ने बाइक का पीछा कर उसे टक्कर मार दी। कार में बैठी महिला चोर-चोर चिल्ला रही थी। मौके से दो युवक बाइक छोड़कर पैदल सिक्युरिटी लाइन की तरफ भागे।
लोगों के पीछा करने पर उन्होंने फायर किए, जिससे कार चालक आरके गुप्ता और अन्य लोग यहां-वहां हो गए। इसके बाद हमने आरोपियों का कार से पीछा किया और उनसे थोड़ी दूरी पर जाकर कार रोक ली। इसके बाद उनसे कार में बैठने को कहा। जैसे ही वे पास आए, मैंने उनका हाथ पकड़ लिया। हाथ पकड़ते ही एक बदमाश ने पिस्टल तान दी। उसने कहा कि उन्हें यहां से निकाल दो, नहीं तो वह उन्हें गोली मार देंगे। इस पर मैंने कहा- गोली मारनी है या खानी है।
यह सुनकर वे बचाने के लिए गिड़गिड़ाने लगे। इसके बाद हमने दोनों आरोपियों को कार में बैठा लिया और पुलिस थाने की तरफ कार मोड़ी। तभी एक आरोपी ने उन पर पिस्टल तान दी। इसके बाद कार के अंदर उनके बीच हाथापाई हुई। इस बीच आरोपियों ने फायर करने का प्रयास भी किया, लेकिन गोली नहीं चली। फिर उन्होंने छोड़ने के लिए 20 हजार रुपए का लालच दिया। लेकिन मैंने खुद से किया वादा पूरा किया। देवी सिंह ने बताया कि वह भोपाल में लगातार हो रही चेन स्नैचिंग की घटनाओं से परेशान हैं। मेरे मन में था कि अगर कोई चेन स्चैनर दिखा, तो उसे जरूर पकड़ूगा। आज तमन्ना पूरी हो गई।
संजू ने बुलाई थी पुलिस
देवी ने बताया कि हाथापाई होने पर वह थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर कार से बाहर आ गए। उन्होंने तुरंत कार को लॉक कर दिया। इस दौरान उन्होंने कई राहगीरों को पुलिस को लाने को कहा, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। इसी दौरान उनका दोस्त संजू उन्हें देखकर रुक गया। उन्होंने तुरंत 'पुलिस को बुलाओ' चिल्लाया, वह पांच मिनट में पुलिस को बुला लाया।
गुप्ता समेत पांच बहादुरों का पुलिस ने किया सम्मान
आरके गुप्ता के साथ आरोपियों को पकड़ने वाले देवी सिंह, सुभाष खरे, नितिन और संजू का भोपाल पुलिस ने शनिवार शाम कंट्रोल रूम में सम्मान किया। सभी को 10-10 हजार रुपए का नगद इनाम दिया गया। इसके बाद गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने भी आरके गुप्ता के घर जाकर उनके साहस की सराहना की।
29 जिंदा कारतूस लेकर घूम रहे थे 25 हजार के इनामी गैंगस्टर
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