रांची : राज्य सरकार बैद्यनाथ धाम एवं बासुकीनाथ धाम के लिए प्राधिकरण बनाने जा रही है. इस प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास होंगे.  देवघर व बासुकीनाथ तीर्थस्थानों में श्रावण मास के दौरान जलार्पित करने आये श्रद्धालुओं को हुई  दिक्कतों को देखते हुए राज्य सरकार ने बैद्यनाथ धाम एवं बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा प्रदान करने के लिए एक प्राधिकरण के गठन का निर्णय लिया है. ये प्राधिकरण दोनों धामों की सुरक्षा, सुविधा एवं श्रद्धालुओं को मिलनेवाली विशेष सहायता का प्रबंधन अपने जिम्मे लेगा.  फिलहाल ये कार्य देवघर न्यास बोर्ड और जिला प्रशासन के जिम्मे है.
   
राज्य सरकार इन दोनों को मिलाकर एक प्राधिकरण बनायेगी और यह प्राधिकरण वे समस्त कार्य करेगा, जो अब तक न्यास बोर्ड और जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा था.  यह प्राधिकरण बैद्यनाथ धाम और बासुकिनाथ धाम से जुड़े तमाम समितियों, संगठनों और प्रशासनिक अधिकारियों से विशेष विचार-विमर्श करेगा कि कैसे यह प्राधिकरण व्यापक रूप से श्रद्धालुओं की सेवा करे. इस संबंध में  मुख्यमंत्री ने विधानसभा के वर्तमान सत्र में घोषणा भी की है.  

गौरतलब है कि  प्रत्येक वर्ष सावन मास में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु बैद्यनाथ धाम में जलार्पण करते है. पिछले दिनों मेला के दौरान हुई भगदड़ से दस श्रद्धालुओं की मौत हो गयी थी. इस घटना को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है. ऐसी घटना की पुनरावृत्ति  न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री  ने प्राधिकरण के गठन का आदेश दिया है. यह प्राधिकरण पूर्णतया वैज्ञानिक तरीके से श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करते हुए सुविधाजनक तरीके से जलार्पण की व्यवस्था करेगी. आगामी वर्ष से यह प्राधिकरण श्रद्धालुओं के लिए कार्यरत रहेगा.