पुणे : एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत पुलिस ने मंगलवार को आधी रात फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के कैंपस घुस 17 नामजद छात्रों में से चार को हिरासत में ले लिया। पुलिस कैंपस में करीब 1.15 बजे आई थी। इन छात्रों पर पुलिस ने गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने समेत कई आरोप लगाए हैं। अन्य छात्रों को लेकर भ्रम की स्थिति है। हालांकि बाकी नामजद स्टूडेंट्स कैंपस में नहीं थे। जिन 17 लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है उनमें से तीन लड़कियां हैं। लड़कियों को अरेस्ट नहीं किया गया है। एफआईआर में 30 अन्य स्टूडेंट्स के भी नाम हैं।

गिरफ्तार छात्रों को डेक्कन जिमखाना पुलिस स्टेशन एक पुलिस जीप से ले जाया गया था। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स के साथ कुछ फैकल्टी मेंबर्स भी पुलिस स्टेशन पहुंच गए थे। जब पुलिस से आधी रात को धावा बोलने की वजह के बारे में पूछा गया तो पुलिस ने छात्रों से कहा कि उन्होंने निर्देश का पालन किया है। इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने उन छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी जिन्होंन सोमवार रात उन्हें 6 घंटों तक घेर कर रखा था।

छात्रों ने प्रशांत का घेराव एक प्रशासनिक फैसले के खिलाफ किया था। इंस्टिट्यूट की तरफ से 2008 के बैच के छात्रों के अधूरे डिप्लोमा फिल्म प्रॉजेक्ट की जांच के लिए कहा गया है। छात्रों ने इस फैसले को तर्कहीन, अनुचित और बेमतलब का बताया है। छात्रों ने इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर को तब मुक्त किया था जब वह इस जांच को मंगलवार सुबह तक रोकने पर राजी हो गए।