उज्जैन। प्रदेश में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। बारिश से उफान पर आए नदी नालों ने कई जिलों के रास्ते बंद कर दिए हैं। उज्जैन बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इतिहास में पहली बार तेज बारिश का पानी महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह तक जा पहुंचा है। ऐसा पहली बार हुआ जब महाकाल की भस्म आरती पानी के अंदर खड़े होकर हुई है। जानकारी के मुताबिक बारिश की वजह से मंदिर के अंदर बने कोटी कुंड तीर्थ पानी से पूरी तरह भर गया है। कोटी कुंड का पानी रिसकर मंदिर के अंदर गर्भगृह तक पहुंच रहा है। सोमवार रात 11 बजे महाकाल की शयन आरती के बाद गर्भगृह के पट बंद कर दिए गए थे। अल सुबह 3 बजे जब पंडितों ने गर्भगृह खोला तो अंदर पानी भरा था। सुबह सात बजे मोटर के द्वारा पानी गर्भगृह के बाहर निकाला गया।
महाकाल के गर्भगृह में पहली बार भरा पानी
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