नई दिल्ली : शिवसेना ने सोमवार को ऐलान किया कि संसद का मानसून सत्र सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष के बीच ‘महा मुकाबला’ होगा। भाजपा के शीर्ष नेताओं के इस्तीफे की मांग के खिलाफ शिवसेना भाजपा के मजबूत समर्थन में आ गयी है।
राउत राज्यसभा में पार्टी के नेता हैं। उन्होंने राजग के घटक दलों की बैठक बुलाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि संसद सत्र से पहले ये अपनी तरह की पहली बैठक थी। सत्ताधारी गठबंधन में संवाद बहाल रखने में ये बैठक मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा का लोकसभा में बहुमत है और हम प्रार्थना करते हैं कि ये बना रहे लेकिन लोकतंत्र अत्यंत अप्रत्याशित होता है। चौबीस घंटे में क्या होता है, किसी को नहीं पता चलता। चार साल बाद किसे किसकी जरूरत पडेगी, किसी को नहीं पता इसलिए महत्वपूर्ण बात ये है कि बेहतरी के लिए एकजुटता को बनाये रखा जाए।
राउत ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पिछले कुछ महीने से दिखायी जा रही आक्रामकता के लिए उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश को मजबूत विपक्षी दल की आवश्यकता है।