नई दिल्ली : मोदी सरकार के मंत्री बीरेंद्र सिंह पर लोन डिफॉल्ट का आरोप है। आरटीआई ने खुलासा किया है कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बीरेंद्र सिंह हरियाणा विधानसभा के सबसे बड़े डिफॉल्टर रहे है। उन्होंने लाखों के दो लोन नहीं चुकाए। बीरेंद्र सिंह ने ये लोन घर और कार खरीदने के लिए लिए थे। इतना ही नहीं, ये लोन उन्हें बाजार भाव से बहुत कम सिर्फ 4 फीसदी के ब्याज पर मिल गए थे।

चौधरी बीरेंद्र सिंह ही वह मंत्री हैं जो कुछ दिन पहले 9 लाख की घड़ी और 45 हजार के जूते पहनकर डींगे हांक रहे थे। वह 42 साल तक कांग्रेस में रहे हैं लेकिन बीते लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में आ गए और उन्हें मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 

आरटीआई के खुलासे के मुताबिक, उचाना कलां से विधायक रह चुके बीरेंद्र सिंह ने घर बनवाने के लिए साल 2009 में 12,50,000 का लोन लिया था, जिसका ब्याज समेत अब तक 15,33,065 रुपए बकाया हैं। इसके अलावा उन्होंने 2007 में कार खरीदने के लिए 10 लाख रुपए का लोन लिया, जिसके अभी 8,90,000 रुपए चुकाने बाकी हैं। आरटीआई की इस सूची में करीब 13 डिफॉल्टर विधायकों का खुलासा हुआ है, जिन्होंने सरकारी पेंशने लेने और कम ब्याज पर लोन लेने के बावजूद लोन नहीं चुकाया।