वाराणसी: संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वीरवार को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के ठीक एक दिन पहले करंट लगने से माली की मौत हो गई। पीएम मोदी के मंच की तैयारी के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे, इसके बावजूद इतनी बड़ी सुरक्षा में चूक कैसे हो गई इसपर सवाल खड़े हो गए हैं। इस घटना के बाद से मंच की सुरक्षा में तैनात कई अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।  
 
दरअसल वाराणसी के डीरेका मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के मंच की साज सज्जा कर रहे बंगाल के मिदनापुर के रहने वाले मजदूर देवनाथ की कल देर रात करीब तीन बजे करंट लगने से हुई मौत ने पावर ग्र्रिड आफ इंडिया की देखरेख में की गई तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान यदि ऐसी घटना होती तो जिम्मेदारी कौन लेता और मंजर क्या होता। पूरा मामला जांच के घेरे में आ गया है। बिजली विभाग के अधिकारी मसले को बारीकी से देख रहे हैं। बिजली विभाग ने आधा दर्जन हाइपावर जेनरेटरों से बिजली आपूर्ति का प्रबंध किया था और इस तैयारी को विद्युत सुरक्षा एजेंसियों ने एनओसी भी दी थी। मजदूर को करंट की चपेट में आता देख वहां मौजूद अन्य मजदूरों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस गया था। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। दर्दनाक घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घबरा गये। बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
 
पीयूष गोयल का परिजनों को मदद का भरोसा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दौरा खत्म होने की खबर के बाद ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और देवनाथ के परिजनों से मुलाकात की। गोयल ने मृतक के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। 
 
मदद का ऐलान-
केंद्र सरकार ने पीढि़त परिवार को मुआवजे के तौर पर साढ़े सात लाख रूपया देने का ऐलान किया है। 
 
बारिश से नहीं मजदूर की मौत की वजह से रद्द किया गया प्रधानमंत्री का दौरा-

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा है कि मजदूर की मौत के दुख की वजह से प्रधानमंत्री का दौरा रद्द किया गया है। उन्होंने कहा कि बारिश से निपटने के लिए इंतजाम कर लिए गए थे इसकी वजह से दौरा नहीं रद्द किया गया है।