अमृतसर: केंद्र सरकार कृषि और सिंचाई क्षेत्रों पर 50,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी और साथ ही फसल बीमा योजना लाएगी, जिससे किसानों की दिक्कतें दूर की जा सकें। वित्त मंत्री अरुण जेतली ने यह बात कही।
जेतली ने ठेठ पंजाबी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि राज्य सरकारें आगे आती हैं और इस कोष का इस्तेमाल करती हैं, तो इससे कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा।
वित्त मंत्री ने इस बात को स्वीकार किया कि किसानों की स्थिति चिंता का विषय है। "आने वाले दिनों में देश के कृषि व सिंचाई क्षेत्र पर 50,000 करोड़ रुपए खर्च करने की हमारी योजना है।" वित्त मंत्री ने कहा, "हम अगली चुनौती पर काम कर रहे हैं जिसमें यदि किसान की फसल बर्बाद हो जाती है, तो उसे घर बैठे स्वत: ही फसल नुकसान की बीमा राशि मिल जाएगी। हम सिर्फ कृषि क्षेत्र के लिए बीमा योजना ला रहे हैं।"
वित्त मंत्री ने शिरोमणि अकाली दल व भाजपा गठबंधन को राजनीति के साथ-साथ सामाजिक गठजोड़ भी बताया। उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियों ने राज्य को खराब स्थिति से बाहर निकालने के लिए काफी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन ने पंजाब में शांति व समृद्धि लाने के लिए काफी मेहनत की है।