वाशिंगटन: लुइसियाना के भारतीय मूल के गवर्नर बॉबी जिंदल 2016 में राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनावों के लिए रिपब्लिकन उम्मीवार की दौड़ में भले ही पीछे चल रहे हों लेकिन वह इस मुकाबले में शामिल सबसे स्मार्ट उम्मीदवार हैं। लोकप्रिय क्रिस्चियन साइंस मॉनीटर ने एक रिपोर्ट में इसका कारण बताते हुए कहा कि जिंदल का जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ और उनकी परवरिश भी हिंदू की तरह की गई लेकिन इसके बावजूद उनका ईसाई धर्म में विश्वास है।

समाचार पत्र ने ईसाई धर्म में उनकी आस्था से जुड़े छह तथ्यों की सूची का जिक्र करते हुए कहा, ‘ जिंदल राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार की दौड़ में भले ही शीर्ष के निकट नहीं है या भारी भीड़ एकत्र नहीं कर रहे हैं लेकिन वह इस मुकाबले के सबसे स्मार्ट उम्मीदवार हैं।’

इस सूची में शीर्ष पर जिंदल की कई अवसरों पर की गई यह टिप्पणी है कि उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल वह है, जब उन्होंने ‘ ईसा मसीह को पाया।’ समाचार पत्र ने कहा कि जिंदल ने कई बार कहा है कि उन्हें लगता है, ‘‘जैसे बाइबल विशेषकर मेरे लिए ही लिखी गई है।’ मॉनीटर ने कहा कि मीडिया के कुछ संस्थान इस बात के लिए जिंदल का मजाक उड़ाते हैं कि उन्होंने अपने एक कॉलेज मित्र के लिए तंत्र मंत्र किया।

गवर्नर पद के लिए होने वाले चुनाव के मुकाबले के दौरान उनके डेमोक्रेट उम्मीदवार कैथलीन ब्लांको ने इस तथ्य को उनके खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश की थी, लेकिन वह असफल रहे। समाचार पत्र ने कहा, ‘ जिंदल के माता पिता अब भी सक्रिय रूप से हिंदू हैं लेकिन जिंदल के अनुसार उन्होंने अब उनका निर्णय स्वीकार करना आरंभ कर दिया है और उन्होंने कैथोलिक चर्च में अपने पोते के नामकरण संस्कार में हिस्सा लिया था।’ जिंदल ने 2014 में वाशिंगटन पोस्ट को बताया था कि उनके धर्म परिवर्तन करने के बाद उनके माता पिता ‘ बहुत बहुत चिंतित थे’ और इसके कारण कुछ समय के लिए उनके संबंध में तनाव पैदा हो गया था। उसने कहा, ‘ उनकी आस्था गर्भपात के संबंध में उनके विचारों की परिचायक है और छोटे बेटे के जन्म के समय उन्होंने घर में ही अपनी पत्नी का प्रसव कराया था ।