नई दिल्ली: शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा को बरकरार रखने वाली 5,000 वर्ष प्राचीन भारतीय प्रणाली 'योग' पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ पूरी दुनिया में छा चुका है। शरीर को प्रकृति से एकाकार कर देने वाली योग क्रिया के बारे में हालांकि बहुत कम लोगों को पता होगा कि इसके कुछ आसन सेक्स जीवन को खुशगवार बनाने में काफी मददगार हो सकते हैं।

योग एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सेक्स के लिए मस्तिष्क का शांतचित्त होना जरूरी है, जिससे कि सेक्स के दौरान अत्यधिक सक्रिय मस्तिष्क के उत्तकों को अधिक ऑक्सीजन और सूक्ष्म पोषक तत्व मिल सकें और जननांगों तक रक्त का बेहतर प्रवाह हो सके। प्रशिक्षित योग पेशेवर के मार्गदर्शन में योग आपको चरमोत्कर्ष पर पहुंचा सकता है।

देश के शीर्ष सेक्स विशेषज्ञों में से एक प्रकाश कोठारी ने कहा, 'दैनिक तनाव, धूम्रपान, शराब और शर्करा का अत्यधिक सेवन पुरुषों एवं महिलाओं की सेक्स क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है। योग से मस्तिष्क को शांति मिलती है जो जननांगों तक रक्त प्रवाह बढ़ाने में सहायक होता है।

कोठारी अपने मरीजों को योग के दो आसनों (शवासन और वज्रासन) करने की सलाह देते हैं। शवासन जहां शरीर में नवीन ऊर्जा का संचार करता है और रक्तचाप व्यग्रता एवं अनिद्रा की परेशानी को कम करता है, वहीं वज्रासन शरीर को अत्यधिक मजबूत और स्वस्थ बनाता है।

वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ सेक्सुअल हेल्थ (डब्ल्यूएएस) के संस्थापक सलाहकार कोठारी ने कहा, वज्रासन पाचन में भी सहायक होता है तथा पूरे शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।

नई दिल्ली में रहने वाले योग विशेषज्ञ दीपक झा ने सेक्स के आनंद को बढ़ाने के लिए कुछ और योगासन करने की सलाह दी। झा ने कहा, पश्चिमोत्तासन, हलासन एवं भुजंगासन पुरुषों में सेक्स के लिए जिम्मेदार हर्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्राव बढ़ाता है तथा जननांग को मजबूती प्रदान करता है।

योग पर किए गए वैश्विक अध्ययनों में भी खुलासा हुआ है कि योग से सेक्स जीवन में लाभ मिलता है। शोध पत्रिका 'जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन' में हाल ही में प्रकाशित दो अध्ययनों के अनुसार 20 से 60 आयुवर्ग के 100 पुरुषों एवं महिलाओं को 12 सप्ताह तक योग शिविर में रखा गया।

योग शिविर में शामिल लोगों से योग शिविर में शामिल होने से पहले और बाद के उनके सेक्स जीवन से जुड़े कुछ सवालों के उत्तर देने को कहे गए।
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि योग शिविर में हिस्सा लेने के बाद उनकी सेक्स से जुड़ी सभी तरह की गतिविधियों जैसे यौन उत्तेजना, यौन संतुष्टि, यौन क्षमता, आत्मविश्वास, स्खलन पर नियंत्रण एवं चरमानंद में इजाफा पाया गया।