पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनता दल (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जाति आधारित जनगणना के पूरे आंकड़े सार्वजनिक करने के लिए बाध्य करेगी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लोगों को जाति आधारित जनगणना का विवरण जानने का हक है, और नरेंद्र मोदी सरकार को इन आकंड़ों को सार्वजनिक करना चाहिए। राजद की 19वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एकत्रित हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को अलग-अलग जातियों के आंकड़ों को रोकने के बजाय को जाति आधारित जनगणना के आकंड़े सार्वजनिक करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को इसके बारे में जानने का अधिकार है और हर जाति को आबादी और अन्य मामलों में अपनी मजबूती और कमजोरी की जानकारी होनी चाहिए।’’ उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार गरीबों, वंचित तबकों और दलितों की संख्या पर जाति आधारित जनगणना के आंकड़े जारी करने में देरी करती है तो राजद चुप नहीं बैठेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि जाति आधारित जनगणना के आंकड़ों को क्यों रोका गया है।’’ लालू प्रसाद ने कहा कि राजद और उसके गठबंधन दल जनता दल (यूनाइटेड), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि 13 जुलाई को वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकालेंगे। लालू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से भारी संख्या में इस मार्च में शामिल होकर जाति आधारित जनगणना के आंकड़े रोकने के फैसले पर विरोध जताने का आग्रह किया।
केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगा राजद
आपके विचार
पाठको की राय