लंदन। आइपीएल को लेकर हमेशा से तमाम चर्चाएं होती आई हैं। किसी ने इसकी आलोचना की है तो किसी ने इसकी तारीफ.... लेकिन दौलत, प्रतिभा, रोमांच और विवाद के बीच झूलता ये टूर्नामेंट कभी चर्चा से बाहर नहीं रहता। पहले कई विदेशी खिलाड़ी देश को तरजीह देते हुए इस टूर्नामेंट में खेलने से मना कर चुके हैं और अब एक और विदेशी खिलाड़ी ने कुछ ऐसी ही बात बोली है।

इंग्लैंड के युवा धुआंधार बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने वनडे टीम में पहली बार चुने जाने की खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आइपीएल में ना खरीदा जाना शायद उनके लिए वरदान साबित हुआ और इसी का नतीजा है कि आज वो वनडे टीम का हिस्सा बन सके हैं। गौरतलब है कि 2013 में नॉटिंघमशर क्लब ने हेल्स को छोड़ने से मना कर दिया था जिसकी वजह से इस बार के सत्र यानी कि 2014 की नीलामी में किसी ने हेल्स को खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस पर हेल्स ने कहा, 'अगर मुझे आइपीएल के लिए चुन लिया जाता तो शायद आज हम यहां बैठकर बात नहीं कर रहे होते। मुझे खुशी है कि आइपीएल ने मेरे लिए दरवाजे बंद कर दिए जिस वजह से मुझे चार दिवसीय क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिला। अगर मैं भारत चला गया होता तो सिर्फ टी-ट्वंटी खेल ही होता जहां गेंद को सिर्फ और सिर्फ जड़ना होता है, तकनीक और पारी को खड़ा करने जैसी चीजें ना सीख पाता।'

वैसे आइपीएल नीलामी में ना खरीदा जाना हेल्स और इंग्लिश क्रिकेट फैंस के साथ-साथ क्रिकेट विशेषज्ञों के लिए भी हैरत की बात ही थी क्योंकि ऐसा शायद ही हुआ हो कि अंतरराष्ट्रीय टी-ट्वंटी रैंकिंग्स के शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल कोई धुरंधर अब तक आइपीएल में ना खेला हो।

लंदन। आइपीएल को लेकर हमेशा से तमाम चर्चाएं होती आई हैं। किसी ने इसकी आलोचना की है तो किसी ने इसकी तारीफ.... लेकिन दौलत, प्रतिभा, रोमांच और विवाद के बीच झूलता ये टूर्नामेंट कभी चर्चा से बाहर नहीं रहता। पहले कई विदेशी खिलाड़ी देश को तरजीह देते हुए इस टूर्नामेंट में खेलने से मना कर चुके हैं और अब एक और विदेशी खिलाड़ी ने कुछ ऐसी ही बात बोली है।

इंग्लैंड के युवा धुआंधार बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने वनडे टीम में पहली बार चुने जाने की खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आइपीएल में ना खरीदा जाना शायद उनके लिए वरदान साबित हुआ और इसी का नतीजा है कि आज वो वनडे टीम का हिस्सा बन सके हैं। गौरतलब है कि 2013 में नॉटिंघमशर क्लब ने हेल्स को छोड़ने से मना कर दिया था जिसकी वजह से इस बार के सत्र यानी कि 2014 की नीलामी में किसी ने हेल्स को खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस पर हेल्स ने कहा, 'अगर मुझे आइपीएल के लिए चुन लिया जाता तो शायद आज हम यहां बैठकर बात नहीं कर रहे होते। मुझे खुशी है कि आइपीएल ने मेरे लिए दरवाजे बंद कर दिए जिस वजह से मुझे चार दिवसीय क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिला। अगर मैं भारत चला गया होता तो सिर्फ टी-ट्वंटी खेल ही होता जहां गेंद को सिर्फ और सिर्फ जड़ना होता है, तकनीक और पारी को खड़ा करने जैसी चीजें ना सीख पाता।'

वैसे आइपीएल नीलामी में ना खरीदा जाना हेल्स और इंग्लिश क्रिकेट फैंस के साथ-साथ क्रिकेट विशेषज्ञों के लिए भी हैरत की बात ही थी क्योंकि ऐसा शायद ही हुआ हो कि अंतरराष्ट्रीय टी-ट्वंटी रैंकिंग्स के शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल कोई धुरंधर अब तक आइपीएल में ना खेला हो।

लंदन। आइपीएल को लेकर हमेशा से तमाम चर्चाएं होती आई हैं। किसी ने इसकी आलोचना की है तो किसी ने इसकी तारीफ.... लेकिन दौलत, प्रतिभा, रोमांच और विवाद के बीच झूलता ये टूर्नामेंट कभी चर्चा से बाहर नहीं रहता। पहले कई विदेशी खिलाड़ी देश को तरजीह देते हुए इस टूर्नामेंट में खेलने से मना कर चुके हैं और अब एक और विदेशी खिलाड़ी ने कुछ ऐसी ही बात बोली है।

इंग्लैंड के युवा धुआंधार बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने वनडे टीम में पहली बार चुने जाने की खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आइपीएल में ना खरीदा जाना शायद उनके लिए वरदान साबित हुआ और इसी का नतीजा है कि आज वो वनडे टीम का हिस्सा बन सके हैं। गौरतलब है कि 2013 में नॉटिंघमशर क्लब ने हेल्स को छोड़ने से मना कर दिया था जिसकी वजह से इस बार के सत्र यानी कि 2014 की नीलामी में किसी ने हेल्स को खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस पर हेल्स ने कहा, 'अगर मुझे आइपीएल के लिए चुन लिया जाता तो शायद आज हम यहां बैठकर बात नहीं कर रहे होते। मुझे खुशी है कि आइपीएल ने मेरे लिए दरवाजे बंद कर दिए जिस वजह से मुझे चार दिवसीय क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिला। अगर मैं भारत चला गया होता तो सिर्फ टी-ट्वंटी खेल ही होता जहां गेंद को सिर्फ और सिर्फ जड़ना होता है, तकनीक और पारी को खड़ा करने जैसी चीजें ना सीख पाता।'

वैसे आइपीएल नीलामी में ना खरीदा जाना हेल्स और इंग्लिश क्रिकेट फैंस के साथ-साथ क्रिकेट विशेषज्ञों के लिए भी हैरत की बात ही थी क्योंकि ऐसा शायद ही हुआ हो कि अंतरराष्ट्रीय टी-ट्वंटी रैंकिंग्स के शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल कोई धुरंधर अब तक आइपीएल में ना खेला हो।