झाबुआ (मप्र) : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले के मेघनगर में एक अग्रणी समाचार चैनल के रिपोर्टर की रहस्यमय तरीके से हुई मौत की जांच कराने का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि टीवी प्रत्रकार अक्षय सिंह की मौत की उचित जांच की जाएगी। जबकि कांग्रेस ने इस रहस्यमय मौत की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। पत्रकार अक्षय का शव आज दिल्ली लाया जाएगा।
अग्रणी समाचार चैनल के रिपोर्टर अक्षय सिंह चर्चित व्यापमं घोटाले का कवरेज करने गए मध्य प्रदेश गए थे। अक्षय की उस समय रहस्यमय तरीके से मौत हो गई, जब वह व्यापमं घोटाले में एक छात्रा का नाम आने के बाद उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट पाए जाने के मामले में उसके माता-पिता का साक्षात्कार रिकॉर्ड कर रहे थे। यह घटना झाबुआ के नजदीक मेघनगर में हुई।
इस घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में चौहान ने कहा, 'पत्रकार अक्षय की मौत की सच्चाई सामने लाने के लिए पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। इस घटना की उचित जांच होगी। हम मामले में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह बहुत दुखद है कि एक युवा पत्रकार की इस तरह मौत हो गई। मैं उनके परिवार के दुख को समझ सकता हूं। मैं भरोसा दिलाता हूं कि जांच में कोई खामी नहीं आएगी। हम अक्षय के परिवार के साथ हैं।'
वहीं, कांग्रेस ने अक्षय की मौत पर सवाल उठाया है।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पत्रकार की मौत पर सवाल उठाया। उन्होंने मांग की कि उनका पोस्टमॉर्टम वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में बेहतर होगा और पोस्टमॉर्टम दिल्ली में कराया जाए।
पिछले कुछ समय से सिंह घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार और इसके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाना बना रहे हैं। सिंह ने कहा कि उन्होंने पत्रकार को सचेत रहने को कहा था।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
ज्ञात हो कि व्यापम घोटाले के कम से कम 25 आरोपियों-गवाहों की अब तक मौत हो चुकी है। घोटाला एक बड़े प्रवेश एवं भर्ती रैकेट से जुड़ा है जिसमें अनेक नौकरशाहों और राजनीतिक नेताओं के नाम हैं तथा विपक्षी कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रही है। कांग्रेस ने पूर्व में व्यापम मामले में आरोपियों और गवाहों की मौत को लेकर संदेह व्यक्त किया था।
अक्षय सिंह टीवी टुडे समूह के साथ कार्यरत थे और नम्रता डामोर का व्यापमं मामले में नाम आने के बाद उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने के मामले में जिले के मेघनगर में उसके माता-पिता का साक्षात्कार रिकॉर्ड कर रहे थे।
नम्रता के पिता मेहताब सिंह डामोर ने कहा, शनिवार दोपहर उनके निवास पर एक रिपोर्टर सहित चैनल के तीन लोग आए थे तथा बातचीत होने के बाद संबंधित कागजात की फोटोकॉपी कराने उनका एक परिचित बाजार गया। उन्होंने कहा, रिपोर्टर सहित चैनल के लोग जब उनके घर के बाहर फोटोकॉपी का इंतजार कर रहे थे, तभी अक्षय के मुंह से अचानक झाग निकलने लगा और उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया।
हालांकि उस निजी अस्पताल से अक्षय को मध्यप्रदेश की सीमा से लगे गुजरात के दाहोद भी ले जाया गया, जहां अस्पताल के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उधर, झाबुआ के पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने अक्षय सिंह की मेघनगर में मृत्यु होने की पुष्टि की।
टीवी पत्रकार मौत : मुख्यमंत्री शिवराज ने दिया जांच का भरोसा
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