वाशिंगटन। अमेरिकी अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सिखों के खिलाफ हुए दंगों के आरोपियों को शरण देने के मामले में कहा कि जब भारत में दंगे हुए उस समय वे एक वित्त मंत्री थे, न कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के तौर पर उन्होंने अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं किया। जिसकी वजह से इस मामले में उनको जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। लिहाजा इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा नहीं चल सकता।

कोलंबिया जिला जिला कोर्ट के जज जेम्स बोसबर्ग ने यह बात इस मामले में सुनवाई के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह बतौर प्रधानमंत्री इस दंगों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, क्योंकि अमेरिकी गृह मंत्रालय इस मामले में उनके खिलाफ संरक्षण दे रखा है।

गौरतलब है कि अमेरिका स्थित सिख फॉर जस्टिस [एसएफजे] और इंद्रजीत सिंह ने मनमोहन सिंह के खिलाफ कथित मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में मामला दर्ज करा रखा है। एसएफजे का कहना है कि मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए दंगे के दोषियों को शरण दी।