मुंबई : पार्टी के नेता छगन भुजबल के खिलाफ चल रही भ्रष्टाचार संबंधी जांच पर चुप्पी तोड़ते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पूर्व उपमुख्यमंत्री का आज मजबूती से बचाव करते हुए कहा कि देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ‘निष्पक्ष’ जांच नहीं करायी जा रही है।

दिलचस्प बात यह है कि पवार ने कल ही कहा था कि मामले की एसीबी जांच चल रही है ऐसे में उनके लिए मामले पर टिप्पणी करना अनुचित होगा। इस बयान से भुजबल नाखुश हो गए थे। लगातार बढ़ रही परेशानियों के बीच पार्टी का समर्थन पाने के इच्छुक भुजबल ने आज दिन में पवार से भेंट करके उन्हें बताया कि कैसे उनके आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं और वे ‘पक्षपातपूर्ण तथा अन्यायपूर्ण’ हैं। भुजबल ने कहा कि प्राथमिकी गलत आरोपों के आधार पर दर्ज की गयी है। कम से कम मुझे अपना पक्ष रखने का एक मौका तो मिलना ही चाहिए था। जांच एजेंसियों को प्राथमिकियां दर्ज करने से पहले जांच करनी चाहिए थी कि आरोपों में कुछ दम है या नहीं। भुजबल ने कहा कि उन्होंने अपने खिलाफ चल रही कार्यवाही के बारे में विस्तार से पार्टी सुप्रीमो को बताया और कहा कि उन्हें पक्षपात पूर्ण तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पवार साहब ने उन सभी मामलों की विस्तृत जानकारी ली जिनपर प्राथमिकी दर्ज हुई है और मामले पर मेरे साथ चर्चा की।