
नई दिल्ली; फर्जी डिग्री मामले में फंसे आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली सरकार के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिहं तोमर की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। त्रों के हवाले से ख़बर आ रही है कि तोमर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नाराज हैं। केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के बड़े नेता मानते हैं कि गलत दलील और गलत सर्टिफिकेट दिखाकर तोमर ने उन्हें अंधेरे में रखा।
साथ ही उनका मानना है कि तोमर ने झूठी आरटीआई दिखाकर उन्हें विश्वास में लेने की कोशिश की। इसके बाद अब तोमर को आम आदमी पार्टी से बाहर किया जा सकता है। सूत्रों ने खबर दी है कि तोमर के मुद्दे पर गुरुवार शाम को केजरीवाल के घर पर बैठक हुई थी। दो दिन में तोमर को पार्टी से बाहर करने पर दो दिन में फैसला हो सकता है। पार्टी के आंतरिक लोकपाल को यह मुद्दा जांच के लिए सौंप दिया गया है।
गौरतलब है कि इसे पहले तोमर की जमानत याचिका पर सुनवाई गुरुवार को 16 जून तक के लिए टाल दी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन ने मामले के जांच अधिकारी के दिल्ली से बाहर होने और मामले की प्रगति रिपोर्ट तथा संबंधित दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दी। जांच अधिकारी फिलहाल तोमर के साथ हैं, जिन्हें पुलिस पूछताछ के लिए दिल्ली से बाहर ले गई है। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘पुलिस रिमांड की अवधिपूरी होने के बाद जमानत याचिका पर निर्णय लेना सभी पक्षों के हित में है। जमानत अर्जी 16 जून को अदालत में पेश की जाए।’’
गौरतलब है कि इसे पहले तोमर की जमानत याचिका पर सुनवाई गुरुवार को 16 जून तक के लिए टाल दी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन ने मामले के जांच अधिकारी के दिल्ली से बाहर होने और मामले की प्रगति रिपोर्ट तथा संबंधित दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दी। जांच अधिकारी फिलहाल तोमर के साथ हैं, जिन्हें पुलिस पूछताछ के लिए दिल्ली से बाहर ले गई है। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘पुलिस रिमांड की अवधिपूरी होने के बाद जमानत याचिका पर निर्णय लेना सभी पक्षों के हित में है। जमानत अर्जी 16 जून को अदालत में पेश की जाए।’’