ईटानगरः भारत के म्यांमार में सफल ऑपरेशन के बाद से ऐसी खबर है कि एनएससीएन (के) उग्रवादी जवाबी हमला करने की नीयत से भारत में घुसने की फिराक में हैं. इस तरह की खबरें आने के बाद से पूरे पूर्वोत्तर में सुरक्षा चेतावनी जारी कर दी गयी है. गृह मंत्री रक्षा मंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार व रॉ की बैठक में इस मामले पर फैसला लिया गया.
 
मंगलवार की रात भारतीय पैरा कमांडोज ने म्यांमार की सीमा में घुसकर 38 उग्रवादियों को मार गिराया. इससे बौखलाये उग्रवादी बदले की नीयत से भारत की सीमा में घुसकर फिर किसी हमले को अंजाम दे सकते हैं. इसी को लेकर भारत ने सुरक्षा चेतावनी जारी की है.
 
इसके पहले एनएससीएन(के) के संदिग्ध उग्रवादियों ने ही रविवार को अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले के सुदूरवर्ती लाजू क्षेत्र में असम राइफल्स के एक शिविर पर गोलियां चलाईं. इस घटना से तीन दिन पहले इस संगठन ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गये थे.
 
म्यांमार में भारत के ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान भी इसको लेकर बौखलाया था. पाकिस्तानी गृह मंत्री निसार अली खान ने कहा कि ‘पाकिस्तान म्यामांर की तरह नहीं है और भारत को आगाह किया कि उनका देश सीमा पार से आने वाली धमकियों के आगे घुटने टेकने वाला नहीं है. राठौर की टिप्पणी को पाकिस्तान को चेतावनी देने के रुप में लिया गया.  खान ने कहा कि भारत को यह स्पष्ट होना चाहिए कि ‘पाकिस्तान म्यामांर की तरह का देश नहीं है.
 
मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने कहा था कि म्यांमार ऑपरेशन दूसरे देशों के लिए एक संदेश है.