
नई दिल्ली: सुनील गावस्कर का मानना है कि यदि सौरव गांगुली अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकाल सकते हैं तो फिर बीसीसीआई को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इस पूर्व कप्तान की सेवाएं लेनी चाहिए।
गावस्कर से पूछा गया कि सहयोगी स्टाफ के आेवरआल प्रमुख (टीम निदेशक या हाई परफोरमेन्स मैनेजर) पद के लिए क्या गांगुली सही उम्मीद्वार है, उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि यह इस पर निर्भर करता है कि उनके (गांगुली) पास समय है या नहीं। उनकी कई प्रतिबद्धताएं हैं। यह नहीं भूलना चाहिए कि वह बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के संयुक्त सचिव भी है जिसे काफी समय देना पड़ता है। लेकिन उन जैसी क्षमता वाला व्यक्ति, यदि समय देता है तो काफी सकारात्मकता लेकर आ सकता है।
गावस्कर ने इसके साथ ही साफ किया कि यदि गांगुली को हाई परफोरमेन्स मैनेजर या टीम निदेशक बनाया जाता है तो फिर मुख्य कोच पद बहुत महत्व का नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि यह इस पर निर्भर करता है कि बीसीसीआई इस मामले को कैसे देखता है। यदि सौरव हाई परफोरमेन्स मैनेजर बनता है तब उन्हें केवल अपनी पसंद के बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच और क्षेत्ररक्षण कोच की जरूरत पड़ेगी।
गावस्कर हल्के फुल्के अंदाज में इस बात का जिक्र करना नहीं भूले कि जो भी कोच या हाई परफोरमेन्स मैनेजर बनेगा उसे कड़ी परीक्षा से नहीं गुजरना होगा क्योंकि भारत अगले 2 साल में पूर्णकालिक श्रृंखला के लिए उप महाद्वीप से बाहर का दौरा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत का कोच बनने के लिए अगले 2 साल सबसे अच्छा समय है क्योंकि हमें अधिकतर क्रिकेट घरेलू सरजमीं पर खेलनी है।