मुंबई : वर्ष 1975 में लगे आपातकाल के दौरान जेल में बिताए 19 महीनों को याद करते हुए आज भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि तब समय बिताने के लिए ट्रांजिस्टर पर गाने सुनना उन्हें बहुत पसंद था।
उन्होंने कहा, जून 1975 में मैं भाजपा नेताओं की एक बैठक के सिलसिले में बेंगलुरु गया था। उसी दौरान आपातकाल की घोषणा हो गई। सुबह पुलिस अधिकारी मेरे पास आए और मुझे सलाखों के पीछे डाल दिया। वहां मैं आपातकाल के खत्म होने तक रहा जो 19 महीनों बाद श्रीमती इंदिरा गांधी के चुनाव हारने के बाद समाप्त हुआ था। उन्होंने यह बात यहां एक कार्यक्रम में माणिक प्रेमचंद की किताब ‘तलत महमूद: द वेलवेट वॉयस’ का विमोचन करते हुए कही।