तेलंगाना : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की समस्याएं उजागर करने के लिए आज आदिलाबाद जिले के कोरीतिकल गांव से 15 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत की।
कृषि संकट के चलते इस गांव में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। गांव के दौरे में अमेठी के 44 वर्षीय सांसद राहुल वेलमा राजेश्वर नामक किसान के घर गए जिसने कर्ज न चुका पाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या कर चुके एक अन्य किसान के परिवार वालों से भी मुलाकात की और किसान की पत्नी को दो लाख रुपये का चेक दिया।
राहुल दोपहर तक लक्ष्मणचंदा मंडल में लक्ष्मणचंदा, पोटटुपल्ली, राचापुर और वदियाल गांव जाएंगे तथा किसानों के परिवारों से बातचीत करेंगे। तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं ने बताया कि राहुल का दौरा और किसानों के साथ एकजुटता जाहिर करने के लिए उनकी पदयात्रा से उनमें विश्वास की भावना मजबूत होगी।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, तेदेपा और भाजपा ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना में पिछले साल जून से टीआरएस सरकार बनने के बाद से कृषि संकट के चलते सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। राज्य प्रशासन ने इस आरोप को खारिज कर दिया। इस बीच, सत्तारूढ़ टीआरएस ने कहा कि कांग्रेस को किसानों के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
टीआरएस के सांसद के विश्वेश्वर रेड्डी ने एक बयान में कहा भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है। राहुल गांधी और कांग्रेस को उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो उनके खुद के लिए नुकसानदायक न हों। चयनित तरीका अपनाने से उनके हित पूरे नहीं होंगे।
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष पंजाब और महाराष्ट्र गए थे जहां उन्होंने किसानों से बातचीत की थी और पदयात्रा की थी। भूमि विधेयक पर वह मोदी सरकार की संसद के अंदर और बाहर आलोचना कर चुके हैं।
तेलंगाना में राहुल गांधी की पदयात्रा, सूखे से प्रभावित किसानों से की मुलाकात
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