नई दिल्ली : टिकट के लिए लंबी कतार में लगने के बाद भी ट्रेन छूटने, चलती ट्रेन में वेटिंग लिस्ट के टिकट पर टीटीइ की  मनमानी तथा बर्थ मिलने की समस्या से यात्रियों को बड़ी राहत मिलनेवाली है. चलती ट्रेन में ही टीटीइ बिना टिकट यात्री का टिकट बनायेंगे.  जिसके लिये यात्री को 10 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना होगा. परीक्षण के तौर पर उत्तर रेलवे में कुछ सुपरफास्ट ट्रेनों में यह प्रक्रिया अपनायी गयी है.
 
इसके लिए टीटीइ के पास हैंड हेल्ड मशीन होगी. जिसमें यात्री अपने वेटिंग लिस्ट टिकट की सही जानकारी चलती ट्रेन में ले सकेंगे.

आसनसोल रेल मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वनाथ मूमरू ने कहा कि इस प्रक्रिया के आरंभ होने की चर्चा है, लेकिन उनके मंडल में इसे आरंभ करने को लेकर कोई आदेश नहीं आया है. ट्रेन में यात्र करनेवाले टिकट की लंबी कतारों में रहने के कारण कभी-कभी उनकी ट्रेन छूट जाती है.
 
यदि बिना टिकट ट्रेन में चढ़ जाये और टीटीइ उन्हें पकड़ ले तो फिर मोटी रकम का जुर्माना भरना पड़ता है. यात्रियों की इस समस्या से निजात दिलाने के लिये भारतीय रेलवे ने चलती ट्रेन में ही टिकट बनाने का कार्य आरंभ किया है. बिना टिकट ट्रेन में चढ़ते ही सबसे पहले टीटीइ को खोज कर उन्हें इसकी जानकारी देनी होगी. टीटीइ के पास हैंल्ड हेल्ड मशीन होगी, जिससे वे टिकट बना देंगे. दस रुपया अतिरिक्त लगेगा. यदि टीटीइ को यात्री अपने बिना टिकट होने की सूचना न दे और वह यदि पकड़ा जाय तो उसे जुर्माना देना होगा.
 
हैंड हेल्ड मशीन रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम सर्वर से कनेक्ट रहेगी. इससे ट्रेन के हर कोच में खाली बर्थ और संबंधित स्टेशन पर यात्री के उतरने की जानकारी मिलती रहेगी. वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ नहीं है, कहकर टाल दिया जाता है और वही बर्थ दूसरे किसी यात्री को मोटी रकम के एवज में मिलना आम बात है.
 
अब ट्रेन में ही हैंड हेल्ड मशीन में यात्री अपने बर्थ का पोजीशन जान लेगा. जिससे ट्रेन में एक बड़ी धांधली खत्म हो सकती है और यात्री बेवजह परेशानी से बच सकेंगे.