लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को राहत प्रदान करने के लिए केंद्र की तरफ से भेजे गए सैकड़ों करोड़ रुपए प्रदेश सरकार खजाने में दबाए बैठी है और राज्य का किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
उन्होंने किसानों की समस्याओं को लेकर सपा सरकार द्वारा बरती जा रही उदासीनता पर हैरानी जताते हुए कहा कि वह किसानों के मुद्दे पर राजनीति बंद करें। शाह ने गाजियाबाद में पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के समापन के अवसर पर यह बातें कही।
मोदी सरकार द्वारा किसानों के 33 प्रतिशत नुकसान को आधार मानकर मुआवजा दिये जाने के फैसले का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि अखिलेश सरकार 33 प्रतिशत के आधार पर सर्वे क्यों नहीं करा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश में एक करोड़ छियासी लाख सदस्य बने हैं, उससे साबित होता है कि अब राज्य की सत्ता में आने से हमें कोई नहीं रोक सकता ।
शाह ने कहा, ‘‘पार्टी कार्यकर्त्ता पूरे उत्साह के साथ 2017 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे। इसके लिए हमें हमारे संगठन को मजबूती प्रदान करनी होगी। कार्यकर्ताओं को राज्य में सत्ता परिवर्तन के संकल्प के साथ काम करना होगा।’’ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सिर्फ पार्टी की सदस्य संख्या बढ़ाकर हमारा काम नहीं चलने वाला, बल्कि जो नए सदस्य बने हैं, उनसे संपर्क संवाद कायम करके अपनी विचारधारा में जोड़कर उन्हें कार्यकर्त्ता बनाने का काम भी हमें करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि जिस दिन इन नए सदस्यों को कार्यकर्त्ता बनाकर उन्हें संगठन कार्य में लगा दिया जाएगा, उस दिन कोई भी ताकत भाजपा को राज्य की सत्ता में आने से नहीं रोक पाएगी।