नई दिल्ली। रोड रेज में ड्राइवर की हत्या के विरोध में सोमवार को दिन भर मनाने की कोशिशें बेकार होने के बाद सरकार ने तेवर तीखे कर लिए हैं। दिल्ली सरकार ने हड़ताली ड्राइवरों पर एस्मा लगा दिया है।
आपको बता दें कि आवश्यक सेवाएं जारी रखने के लिए सरकार एस्मा लगाती है। एस्मा लगाए जाने पर कर्मचारी हड़ताल नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने पर उन्हें छह महीने तक की कैद भी हो सकती है। सरकार द्वारा एस्मा लगाए जाने के बाद अब अगर ड्राइवर काम पर नहीं लौटते हैं तो उनको गिरफ्तार किया जा सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘एस्मा के प्रावधान के तहत अगर कर्मचारी काम पर नहीं लौटते तो हड़ताली कर्मचारियों की सेवाओं को निरस्त कर दिया जाएगा। अगर कोई कर्मचारी सरकारी काम को बाधित करता है तो उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है।’
पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में एक युवक ने अपनी मोटरसाइकिल में बस से टक्कर लगने के बाद 42 वर्षीय बस चालक अशोक की हेलमेट व आग बुझाने वाले छोटे सिलेंडर से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके विरोध में डीटीसी की बसों के चालक सोमवार को हड़ताल पर रहे, जिस कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
वहीं दिल्ली सरकार ने ऐलान किया है कि वह मृत ड्राइवर की पत्नी के उपचार तथा ड्राइवर की बेटी की शिक्षा का पूरा खर्च वह उठाएगी।
डीटीसी ने दावा किया है कि वह 704 बसों को सड़क पर लाने में सफल रही है। डीटीसी के पास कुल 4,700 बसें हैं। डीटीसी ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों, डिपो प्रबंधकों और दूसरे अधिकारियों को तैनात किया है कि वे अधिक से अधिक बसों का सड़कों पर आना सुनिश्चित करें।
सरकार ने हड़ताली डीटीसी ड्राइवरों पर लगाया एस्मा
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