भोपाल । बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली रवाना होने के पहले शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों की जमकर क्लास भी ली। उन्होंने कहा कि कई मंत्रियों का फीडबैक व परफार्मेंस ठीक नहीं है, उनके नाम मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बता चुका हूं।

शाह ने मंत्रियों को प्रभार के जिलों में लगातार जाने, संगठन के साथ बेहतर तालमेल और सक्रियता दिखाने की नसीहत भी दे दी। सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने जब सफाई देने की कोशिश की तो तल्ख अंदाज में शाह बोले- मैं सब जानता हूं।
 
सीएम हाउस में आयोजित इस मुलाकात के लिए टीम शिवराज के सभी सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष का करीब सवा घंटे इंतजार किया। बैठक के लिए पूर्व निर्धारित समय 5 बजे रखा गया था लेकिन संघ नेताओं से मिलने के बाद शाह सवा छह बजे सीएम हाउस पहुंचे। मंत्रियों के साथ हुई इस चर्चा में केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
 
रहा शिकायती अंदाज...
 
चर्चा की शुरुआत ही शाह ने शिकायती अंदाज में की। उन्होंने कहा कि मुझे फीड बैक मिल रहा है कि आप लोग अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा नहीं कर रहे हैं। ऐसा तो नहीं होना चाहिए, यह सुनते ही नरोत्तम मिश्रा ने सफाई पेश की कि प्रदेश में लगातार चुनाव चलते रहे इसलिए व्यस्तता ज्यादा रही।
 
इस पर शाह ने पूछा-इसका क्या मतलब? मैं भी सत्ता एवं संगठन की व्यस्तता से वाकिफ हूं। इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष बोले कि आप लोग प्रभार वाले जिलों में सक्रियता बढ़ाएं, सबसे मिलें। वहां संगठन के नेताओं से भी मेलजोल रखें। उनके साथ मीटिंग करें, यदि जिले में रुकना पड़े तो रुक भी जाएं। हारी हुई सीटों का विशेष ध्यान रखें।
 
दूसरे राज्यों का सुशासन देखें
 
शाह ने सुझाव दिया कि दूसरे राज्यों में जाकर वहां गुड गवर्नेंस की अच्छी बातें देखें और उन्हें भी अपने राज्य में लागू करने के प्रयास करें। यह भी समझाइश दे डाली कि कामकाज में सुधार दिखना चाहिए। आधा घंटे की चर्चा के दौरान उन्होंने कामकाज पर ही जोर दिया।
 
जम्मू-कश्मीर की चर्चा करते हुए शाह ने बताया कि वहां की स्थितियां बीजेपी के अनुकूल ही रहेंगी। मंत्रियों की क्लास लेने के बाद उन्होंने कुछ देर हल्के-फुल्के माहौल में चाय की चुस्कियां भी लीं, फिर वह बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के बेटे की शादी में शरीक होने रवाना हो गए।