भोपाल । दिल्ली से लेकर पंचायत तक अब हमारी सरकार है। कोई बहाना नहीं चलेगा। सभी को काम करना होगा। वक्त अब परिणाम देने का आ गया है। ये हिदायत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने स्थानीय निकायों में निर्वाचित पार्टी के जनप्रतिनिधियों को दी। मौका था रविवार को राजधानी के भेल दशहरा मैदान में आयोजित बीजेपी के सुशासन संकल्प सम्मेलन का।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री अकेले कुछ नहीं कर सकते हैं। आप जनप्रतिनिधियों को भी विकास और सामाजिक कामों की चिंता करनी होगी। ऐसा कोई काम नहीं करना, जिससे हमें सिर शर्म से झुक जाए।
शाह की नसीहत
शाह ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक शत प्रतिशत व्यवस्था अब बीजेपी के हाथ में है। समस्याओं को हल करने की जिम्मेदारी अब बीजेपी की है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल के भीतर विकास का ठोस आधार रखा है। पंचायत, नगर पालिकाओं का ठीक से काम करना जरूरी है वरना लगेगा ही नहीं कि अच्छा काम हो रहा है। संकल्प लें कि ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे पार्टी की छवि को नुकसान हो।
सीएम के पांच संकल्प
मुख्यमंत्री चौहान ने भी चेताते हुए कहा कि यदि ठीक काम नहीं किया, तो ऊपर से नीचे तक असर पड़ेगा। हर पंचायत को सालाना 80 लाख से 1 करोड़ और छोटे कस्बों को 10 करोड़ रुपए तक मिलेंगे। पैसा ठीक से खर्च हो, इसकी जिम्मेदारी आपकी है। इसके लिए वो तड़प पैदा करनी होगी जो डूबते वक्त व्यक्ति में बचाने के लिए होती है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को स्वच्छ भारत अभियान, शौचालय निर्माण, सामाजिक कार्य हाथ में लेने, जनता को साथ में जोड़ने और योजनाओं को आर्दश ढंग से लागू करने का संकल्प दिलाया।
कांग्रेस पर बरसे शाह
शाह कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूछती है कि एक साल में क्या हो गया। हम कहते हैं किसी में हिम्मत नहीं है जो भ्रष्टाचार का एक आरोप लगा सके। किसानों के लिए कांग्रेस ने खूब शोरगुल मचाया और कहा भूमि अधिग्रहण बिल से जमीनें उद्योगपतियों को दी जाएंगी।
प्रस्तावित कानून में हमने एक भी जगह ऐसी नहीं छोड़ी है जिससे जमीन उद्योगपतियों को मिले। वास्तव में भूमि अधिग्रहण किसान विरोधी नहीं बल्कि किसान मित्र बिल है। कांग्रेस के युवराज (राहुल गांधी की ओर इशारा) अभी वेकेशन से लौटकर आए हैं। पूछते हैं कि पहले भी सीमा पर गोलीबारी होती थी अब भी। हम अंतर बताते हैं कि पहले गोली पाकिस्तान की सेना चलाती थी और बाद में भी लेकिन अब शुरुआत वो करते हैं और अंत हमारी सेना।
घुसपैठियों में वोट नजर आता था
शाह ने बताया कि बंग्लादेश से आने वालों में पूर्व की सरकारों को वोट नजर आता था, जबकि ये सुरक्षा से जुड़ा सवाल है। मोदी सरकार ने बंग्लादेश की सीमा पर फेंसिंग व्यवस्था की शुरुआत की है। संसद में संविधान संशोधन को पारित कराया है। अनाधिकृत तौर पर देश में रह रहे बंग्लादेशियों को वापस भेजने का कार्यक्रम बनाया जाएगा। वहीं, प्रदेश प्रभारी डॉ.विनय सहस्रबुद्धे ने बताया कि प्रशासन चलाने की विधि सिखाने के लिए जुलाई में जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
शिवराज को क्लीनचिट
शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परोक्ष रूप से क्लीनचिट दे दी। उन्होंने व्यापमं घोटाले और कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस के कुछ लोगों से सहन नहीं हो होता है कि एक गरीब का बेटा सीएम बनकर बैठा है। यहां अभी तक राजे-रजवाड़ों का शासन था। यही वजह है कि अनर्गल आरोप लगाते हैं।
दिल्ली में बैठकर पत्रकारवार्ता करते हैं। मैं(अमित शाह) उन्हें कहना चाहता हूं कि आपके आरोपों का असर नहीं होगा। सरकार के कामकाज पर मुहर लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और जनता जानती है कि यहां अच्छी सरकार चल रही है। कृषि विकास दर को लगातार 20 प्रतिशत बनाए रखना भागीरथी काम है। शिवराज की अगुवाई में प्रदेश में विकास यज्ञ चल रहा है।
कई बार तो ये लगता है कि कृषि विकास दर इतनी कैसे हो सकती है पर इसके लिए खेतों में पानी पहुंचाया, बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की। उधर, मुख्यमंत्री ने अपने पूरे भाषण में व्यापमं के मुद्दे को न छूते हुए विकास कार्यों पर केन्द्रित रखा और मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने मोदी को वैश्विक और सोश्ाल रीफार्मर नेता बताया।
दिग्विजय को बताया सिरफिरा नेता: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सिरफिरे नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर व्यापमं घोटाले को लेकर आरोप लगाए थे। हाईकोर्ट ने उनकी पेनड्राइव और एक्सलशीट को झूठा करार दिया है। जालसाज अब खुद कानून के कटघरे में खड़े होने के काबिल हो गया है। इससे यह बात साबित हो गई है कि सच्चों का बोलबाला और झूठों का...।
बहाना नहीं चलेगा, अब काम करो : शाह
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