काठमांडू : भारतीय वायुसेना ने 11 साल की एक लड़की सहित पुणे के 16 पर्वतारोहयों को मंगलवार को निकाल लिया, जिन्होंने नेपाल में माउंट एवरेस्ट पर फंसने के बाद एक अस्थायी तंबू में दो दिन बिताए थे।
22 अप्रैल को पर्वतारोहण शुरू करने वाले राकेश निभजाया ने बताया, ‘हम सह्याद्रि पर्वत पर पर्वतारोहण करते रहे हैं लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि हमने हिमालय पर पर्वतारोहण करने का फैसला किया।’ उन्होंने बताया, ‘पूर्वोत्तर नेपाल में स्थित लुकला से दो दिनों के पर्वतारोहण के बाद हमने मौसम के अनुकूल बनने के लिए नेमचा बाजार में एक दिन के लिए रकने का फैसला किया। जब भूकंप आया तब हम होटल से बाहर शरण लेने आए।’
उन्होंने बताया, ‘कुछ फोन कॉल करने के बाद हमने सुना कि नेपाल में एक जबरदस्त भूकंप आया है और माउंट एवरेस्ट में हिमस्खलन हुआ है इसलिए हमने आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया।’ समूह के साथ मौजूद सातवीं कक्षा की 11 वर्षीय छात्रा श्रावणी कुलकर्णी ने बताया कि हम फंस गए। न तो हम आगे बढ़ सकते थे ना ही पीछे। दो दिनों तक समूह अस्थायी तंबू में रहा।
निभजाया ने बताया कि फिर उन्होंने हेलीकॉप्टर से लुकला आने का फैसला किया। वहां से हमें वायुसेना ने निकाला।