इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान और मौलाना ताहिर उल कादरी की अगुआई में चल रहे प्रदर्शनों ने नवाज शरीफ सरकार की नींद उड़ा दी है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने प्रधानमंत्री को बेदखल करने के लिए देश की जनता से बिजली बिल, गैस बिल और कर न चुकाने की अपील की है।
समर्थकों के साथ 'आजादी मार्च' पर निकले इमरान ने रविवार को कहा कि शरीफ के शासन में देश का भविष्य अंधकारमय है। व्यापारियों की इस सरकार को सत्ता से हटाने का सिविल नाफरमानी ही एकमात्र विकल्प रह गया है। इससे पहले हजारों इमरान समर्थकों ने दिन में अति सुरक्षा वाले 'रेड जोन' में घुसने का प्रयास किया।
इस जोन में संसद, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री निवास और विदेशी दूतावास स्थित हैं। इमरान समर्थकों ने रास्तों पर रखे कंटेनरों को हटाने का प्रयास किया और कंटीले तार नष्ट कर दिए। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों पर भी हमला किया। लेकिन, इमरान ने समर्थकों को आगे बढ़ने से रोक दिया।
खान ने कहा कि उन्होंने आंतरिक मंत्री चौधरी निसार से 'रेड जोन' का उल्लंघन नहीं करने का वादा किया है। मैं आप लोगों से भी कहना चाहता हूं कि यदि आप लोग मेरे कहने के मुताबिक चलेंगे तो 'नया पाकिस्तान' बनने से कोई नहीं रोक सकता।
दूसरी तरफ, अपने समर्थकों के साथ राजधानी इस्लामाबाद में जमे मौलाना कादरी भी शरीफ के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए हैं। कादरी ने शरीफ को त्यागपत्र के लिए दो दिन का समय दिया है।
इमरान खान और अवामी तहरीक के प्रमुख कादरी ने गुरुवार को लाहौर से अलग-अलग रैली प्रारंभ की थी और 35 घंटे से अधिक के सफर के बाद इस्लामाबाद पहुंचे थे। वे इस्लामाबाद में अलग-अलग जगहों पर जमे हुए हैं। कादरी ने 14 मांगें रखी हैं। इसमें शरीफ सरकार के इस्तीफे और प्रांतीय असेंबलियों को भंग करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। खान पिछले साल के चुनाव में हुई कथित हेराफेरी का विरोध कर रहे हैं। जबकि कादरी ने देश में बड़ा बदलाव लाने की घोषणा की है।