जोधपुर: दुल्हन की ऐसी लगन आज से पहले आपने कभी नहीं देखी होगी। दरअसल, शुक्रवार को परिणय सूत्र में बंधने के बाद जब सुबह घर से दुल्हन की विदाई होने लगी तो दुल्हन विदा होने से पहले अपनी परीक्षा देना सबसे जरूरी समझा।
एक तरफ जहां घरवालों को विदाई की चिंता थी तो दुल्हन इंदु को अपनी परीक्षा की। परिजन व बाराती असमंजस में थे कि परीक्षा दिलाएं या पहले गृह प्रवेश की रस्म पूरी हो। इस बीच इंदु ने खुद ही तय किया कि वह पहले परीक्षा देगी। वह पूरे साल की पढ़ाई खराब नहीं करना चाहती थी। सात बजते ही वह कमला नेहरू कॉलेज परीक्षा केंद्र पहुंच गई। यहां उसने बीए फाइनल के गृह विज्ञान विषय का पेपर दिया।
वहीं, दुल्हन के साथ-साथ एक और छात्रा ने भी ऑपरेशन के बाद परीक्षा देकर अपने साहस की मिसाल दी। जोधपुर की यशस्वी खीची का दो दिन पहले ही ऑपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ। फिर भी शुक्रवार को हिम्मत दिखाई और एंबुलेंस में ही अपनी परीक्षा देने पहुंची। कमला नेहरू कॉलेज में सेंटर था। यहां सहेली मददगार बनी। कॉलेज निदेशक कल्पना पुरोहित ने बताया कि यशस्वी होशियार व अनुशासित स्टूडेंट है।