नई दिल्ली : मौसम की भविष्यवाणी करने वाली एक निजी एजेंसी ने संभावना व्यक्त की है कि इस साल दक्षिण पश्चिमी मानसून सामान्य रहेगा और उत्तर भारत के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होगी हालांकि दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में कम बारिश हो सकती है।

अलनीनो का असर मानसून पर होने की संभावना नहीं है क्योंकि इसका प्रभाव गर्मियों के बाद कम हो जाएगा। मानसून के केरल तट पर सामान्य से चार दिन पहले 27 मई को पहुंचने की संभावना है। एजेंसी ने कहा कि इसके तमिलनाडु, रायलसीमा, कर्नाटक के भीतरी हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश और अरूणाचल प्रदेश में कमजोर रहने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी तट पर अच्छी बारिश होने की संभावना है।

एजेंसी ने जून से सितंबर के बीच चार महीनों की अवधि के दौरान मानसून के दीर्घावधिक औसत 887 मिमी का 102 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है। इसमें चार प्रतिशत कमी या वृद्धि हो सकती है। एजेंसी के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि अलनीनो के गर्मियों के महीने तक जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसमें कमी आएगी। उन्होंने कहा कि बेमौसम की बारिश मई में भी जारी रहेगी। पिछले साल उत्तर भारत में कई स्थानों पर कम बारिश हुयी थी।