धर्मशालाः मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और सांसद व बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर केंद्रीय विश्वविद्यालय और खेल विधेयक काे लेकर एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। इन दाेनाें नेताआें के बीच एक-दूसरे पर आराेप-प्रत्याराेप का सिलसिला लगातार चल रहा है जिससे हिमाचल की सियासत में गर्माहट बनी हुई है।
 
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री व अनुराग ने दोनों मुद्दों पर एक दूसरे को चुनौती देकर देख लेने की धमकी भी दी है। केंद्रीय विवि के लिए गुरुवार को सीएम ने धर्मशाला के जदरांगल में जब भूमि चयन कर अपनी अंतिम मुहर लगाई तो स्टेडियम में अनुराग ठाकुर ने सीएम को चुनौती देते हुए कहा कि वह धर्मशाला में सेंट्रल यूनिर्वसिटी बनाने की इच्छा पूरी करके देख लें। गुरुवार को धर्मशाला में माहौल ऐसा बना कि सीएम व अनुराग ठाकुर प्रदेश की सियासत को फिर से हवा दे गए। 
 
खेल विधेयक और सेंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर पहले ही आमने-सामने रहने वाले नेताओं ने फिर से एक दूसरे को घेरने का खुला ऐलान कर दिया। धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय शुरू करने का ऐलान कर चुके मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को खराब मौसम के बावजूद धर्मशाला के पहाड़ी क्षेत्र जदरांगल का दौरा कर विवि के लिए सिलेक्ट की गई भूमि को फाइनल किया। आईटी पार्क के लिए चयनित  की गई जमीन को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सरकारी अमले के साथ जाकर घूमे और अंतिम मुहर लगाई। उन्होंने यह भी कहा कि यह उपयुक्त भूमि है।
 
 यहां न तो स्लाइडिंग जोन का डर है और न ही अन्य कोई समस्या। उधर, अनुराग ठाकुर ने इसे मात्र राजनीति कर धर्मशाला की जनता को गुमराह करने का काम बताते हुए कहा कि यदि सीएम निचले हिमाचल के हितैषी होते तो धर्मशाला में होने वाले आईपीएल मैच में बाधा नहीं बनते। धर्मशाला को स्पोर्ट्स हव बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को नहीं दबाया जाता। दोनों नेताओं द्वारा धर्मशाला में छोड़े गए शब्दबाणों से यह भी स्पष्ट हो गया है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की सियासत का माहौल और अधिक गरमाने वाला है।