नई दिल्ली: आज छह दल, एक झंडा और एक चिन्ह, तमाम अटकलों के बीच जनता परिवार के महाविलय का औपचारिक ऐलान होना है और इसके लिए कई वरिष्ठ नेता एकजुट हो गए हैं लेकिन गठजोड़ के ठीक पहले इसमें संकट और शंका के बादल घिरने शुरू हो गए हैं। जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान साफ कर दिया है कि इस गठजोड़ में स्थिरता की कोई गारंटी नहीं है।
यादव ने कहा कि जब लोहिया और जेपी में लड़ाई होती रही और उसको हम रोक नहीं सके तो इसकी हम गारंटी नहीं दे सकते कि इस बार झगड़ा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमको देश के हित में जो भी करना होगा वह करेंगे, हमें आपस में झगड़े को रोकने के लिए सोचना पड़ेगा।
जनता दल में टूट के इतिहास पर चर्चा करते हुए जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि हम छह बार टूटे हैं लेकिन 6 बार इतिहास भी तो बनाया है। उन्होंने कहा कि सबसे कम करप्शन मोरारजी सरकार में थी, भले आपस में झगड़ा था। मोरारजी, देवेगौड़ा और वीपी सिंह की हमारी सरकार अच्छी थी, हमने मंडल दी है।
शरद यादव ने कहा कि वह झगड़े की तो गारंटी नहीं ले सकते, लेकिन लड़ाई में साथ रहने की गारंटी देते हैं। जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि हम भगवान से नहीं डरते तो मोदी कौन है। आम आदमी पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में रेस से बाहर मानते हुए उन्होंने कहा कि 'आप' जनता परिवार के सामने कुछ नहीं है। एक पार्टी, एक चिन्ह के मुद्दे पर साथ आ रही जनता परिवार का नेता के सवाल पर यादव ने कहा कि हमारा नेता संघर्ष है, मुलायाम और लालू नहीं। गौरतलब है कि जनता परिवार पर सहमति पहले से बन चुकी थी आज इसका औपचारिक तौर पर ऐलान होना है।