
भोपाल : देश में पशुधन के क्षेत्र में वार्षिक वृद्धि दर पिछले पाँच सालों में 8 प्रतिशत से अधिक है। यह दर मेन्यूफेक्चरिंग क्षेत्र से भी अधिक है। देश में होता है 8 लाख करोड़ रूपये का दुग्ध उत्पादन, जो गेहूँ, दलहन, तिलहन के कुल उत्पादन से भी अधिक है। केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री पुरूषोत्तम रूपाला ने युवा वर्ग का आव्हान करते हुए कहा कि पशुधन क्षेत्र में बढ़ते लाभ का फायदा उठाएँ। रोजगार स्थापित कर दूसरों को भी रोजगार दें और देश को खाद्य क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनाते हुए आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दें। मंत्री श्री रूपाला ने यह बात आज पशुपालन डेयरी के क्षेत्र में प्रशासन अकादमी में आयोजित केंद्रीय योजनाओं एवं उद्यमिता विकास पर संवाद कार्यक्रम में दी।
केन्द्रीय मंत्री श्री रूपाला ने मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग द्वारा कार्यक्रम के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि केंद्रीय योजनाओं को धरातल पर पहुँचाने के इस कार्यक्रम का प्रदेश ही नहीं देश के पशुपालकों को भी बहुत लाभ होगा। केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय द्वारा पशुपालकों, उद्यमियों आदि को सीधे केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी देने के लिये संवाद कार्यक्रम आरंभ किये गये हैं। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बाद मध्यप्रदेश में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में केन्द्रीय सचिव मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय श्री अतुल चतुर्वेदी ने विस्तार से पशुधन क्षेत्र में लाभकारी योजनाओं और इनके क्रियान्वयन से तेजी से बढ़ते लाभों के बारे में बताया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पशुपालन से आय बढ़ाने वाले कार्यक्रम किसान के द्वार तक पहुँचाने के निर्देश दिये हैं। सोमवार 15 नवम्बर से किसान क्रेडिट कार्ड अभियान चलाया जाएगा। पशुओं का आधार कार्ड बनेगा, जिससे देश-विदेश में उनसे संबंधित उत्पाद विक्रय से आय बढ़ेगी। पशुपालकों की संकट के समय मदद के लिये केसीसी दिये जा रहे हैं। अब तक 66 हजार 256 कार्ड जारी हो चुके हैं।
कार्यक्रम में गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री अखिलेश्वरानंद ने कहा कि प्रदेश में गौ-वंश सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन का रोडमेप तैयार किया गया है। उन्होंने राज्य और केन्द्र सरकार के अधिकारियों द्वारा उद्यमियों से संवाद की नई परंपरा का स्वागत करते हुए कहा कि इससे स्वर्णिम मध्यप्रदेश के साथ ही स्वर्णिम भारत का सपना भी साकार होगा।
कार्यक्रम में गौ, भैंस, बकरी, कुक्कुट, शूकर पालकों ने अपनी सफलता की कहानियाँ साझा की। केंद्रीय संयुक्त सचिव श्री ओ.पी. चौधरी ने केन्द्रीय योजनाओं का प्रस्तुतिकरण किया। राष्ट्रीय पशुधन मिशन (उद्यमिता) में पोर्टल प्रदर्शन के माध्यम से उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं के तहत शासकीय और बैंक से मिलने वाली आर्थिक सहायताओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
अपर मुख्य सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री जे.एन. कंसोटिया, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह, संचालक पशुपालन एवं डेयरी आर.के. मेहिया, प्रबंध संचालक पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम श्री एच.बी.एस. भदौरिया, पशुपालक, उद्यमी और पशुपालन विभाग के सभी जिलों के अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे।