भोपाल [नप्र]। दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस [एम्स] में भर्ती सीआईएसएफ की आरक्षक रितु कुमारी का कहना है कि उसकी जान को खतरा है। क्योंकि उसने अपने अधिकारियों की सच्चाई सामने ला दी है। अब तक सीआईएसएफ के डिप्टी कामंडेंट विजय कुमार धनक़़ड पर कार्रवाई नहीं किए जाने से वह दुखी है।

रितु ने फोन पर बताया कि पहले भी यहां महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जाता रहा है, लेकिन मामले सामने नहीं आ पाए। चूंकि उसने डिप्टी कमांडेंट की प्रताड़ना से तंग आकर खुद को खत्म करने की कोशिश की और अधिकारियों की करतूत सामने आ गई।

रितु का कहना है कि अब तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने से वह दुखी है, लेकिन उसने हार नहीं मानी है। वह इस लड़ाई को जारी रखेगी।

पहली बार ली लिक्विड डाइट

रितु की हालत में पहले से सुधार है। उसे आईसीयू से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। गत 5 अगस्त को हादसे के बाद रितु ने शनिवार को पहली बार लिक्विड डाइट ली।

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी 25 वर्षीय रितु कुमारी सीआईएसएफ में आरक्षक के पद पर कार्यरत है। वह वर्तमान में राजधानी के राजाभोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात है। उसने गत 5 अगस्त को गोली मार ली थी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। कुछ दिन राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उसे एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के एम्स ले जाया गया था।