मुम्बई : अनुभवी सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने शनिवार को यह कहते हुए आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा दे दिया कि आप तमाशा बनकर रह गयी है।
आज आप के एक महत्वपूर्ण पैनल से उसके संस्थापक सदस्यों-प्रशांत भूषण और योंगेंद्र यादव के निष्कासन के साथ ही पार्टी की आंतरिक कलह चरम पर पहुंच गई।
मेधा पाटकर ने पार्टी छोड़ने की घोषणा करने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली में आप की बैठक में जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।’ उन्होंने कहा, ‘पार्टी में राजनीतिक सिद्धांतों को कुचला जा रहा है। प्रशांत भूषण एवं योगेंद्र यादव के साथ जो कुछ हुआ, मैं उसकी निंदा करती हूं।’ उन्होंने कहा कि आप तमाशा बनकर रह गयी है।
इससे पहले दिन में आज भूषण और यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाल दिया गया। दोनों ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। यहां राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आज नाटकीय घटनाक्रम के बीच इन दोनों असंतुष्ट नेताओं को उनके समर्थकों आनंद कुमार एवं अजीत झा के साथ इस पैनल से निकालने का प्रस्ताव पारित किया गया।