नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को दिन में तारे दिखाने वाले आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव तक नरेंद्र मोदी के लिए एक छोटा शहरी नेता थे. इतना ही नहीं मोदी केजरीवाल को कोई टिप्पणी करने लायक भी नहीं समझते थे. वे उन्हें उपेक्षा के लायक भी नहीं समझते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह टिप्पणी बीबीसी के पूर्व पत्रकार लांस प्राइस से की थी. प्राइस ने चुनाव के दौरान मोदी से चार बार बात की थी और उस पर किताब लिखी.
 
उन्होंने अपने उन अनुभवों को द मोदी इफेक्ट : इनसाइड नरेंद्र मोदीज कैंपेन ट्रांसफॉर्म इंडिया नामक किताब में साझा किया है. लेखक ने अपनी इस पुस्तक में वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में नरेंद्र मोदी व अरविंद केजरीवाल के बीच चुनाव का उल्लेख किया है. मोदी ने खुद के खिलाफ मैदान में केजरीवाल के उतरने पर चुप्पी साध रखी थी. 
 
मोदी ने इस पुस्तक के लेखक से कहा कि मेरी चुप्पी ही मेरी ताकत है. उन्होंने कहा था कि आपको पता होना चाहिए कि केजरीवाल कुछ नहीं बस एक छोटा शहरी नेता हैं. उन्हें उनकी तुलना में कहीं अधिक मीडिया कवरेज मिल रहा है, जिसके हकदार कोई अन्य विपक्षी दल के स्थापित नेता हो सकते थे. इसके लिए किसी की उपेक्षा में भी समय भी बर्बाद नहीं करना चाहिए. यह समय, केजरीवाल की अनदेखी लायक भी नहीं था. मोदी के अनुसार, केजरीवाल कुछ मीडिया समूहों के निहित हितों की उपज हैं.