मुजफ्फरनगर । उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित किसानों की एक बड़ी महापंचायत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वो यहां की जमीन पर कदम भी नहीं रखेंगे। टिकैत मुजफ्फरनगर के ही रहने वाले हैं और जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है, तब से उन्होंने यहां कदम नहीं रखा है। टिकैत ने कहा कि जब से आंदोलन शुरू हुआ है तब से मैं पहली बार मुजफ्फरनगर जा रहा हूं और वो भी गलियारे से जाऊंगा। वहां की जमीन पर कदम भी नहीं रखूंगा और अपने घर की तरफ देख लूंगा, वहां के लोगों को देख लूंगा। इसे आप जो भी समझे लेकिन जब तक कानून वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं। जो लोग आजादी की लड़ाई के लिए लड़े, उन्हें काला पानी की सजा हुई तो वो कभी घर गए ही नहीं गए। ये भी एक तरीके का काला कानून है और जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक घर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, पूरा शहर जाम हो गया है। वहां बहुत भीड़ है। 10 से 12 किलोमीटर तक जनता है। उनका कहना है कि जहां से रास्ता जाम होगा वहां से मोटरसाइकिल पर जाएंगे लेकिन मंच तक पहुंचेंगे जरूर। टिकैत ने कहा, 'कोई कहता है कि मेरे पास कुछ नहीं है। मेरे पास भिखारी का झोला है। तो उस भिखारी के झोले से आज मुजफ्फरनगर में बहुत कुछ निकलेगा देखिए क्या-क्या निकलता है। झोला बंद है और वो तो वहीं पता चलेगा। परीक्षा से पहले पेपर आउट नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर का आशीर्वाद है और मुजफ्फरनगर के लोगों का धन्यवाद भी है कि पूरा शहर बाहर से आने वाले लोगों का स्वागत कर रहे हैं।
जब तक कृषि कानून वापस नहीं तब तक घर नहीं जाउंगा: टिकैत
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