नेहा बग्गा
प्रवक्ता, भाजपा मध्यप्रदेश
पंज प्यारो की तुलना सत्ता के लालचियों सिद्धू और उनकी टीम से करके कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सिखों की भावनाओं को आहत किया है
कमलनाथ जी की चुप्पी सिख धर्म विरोधी मानसिकता को दर्शाती है
सिख धर्म का अपमान करना कांग्रेस और उनके नेताओं के आचरण का हिस्सा सा बन गया है । वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत द्वारा सिद्धू और उनकी टीम की तुलना पंज प्यारो से करना बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक है ।
कांग्रेस का इतिहास हमेशा से सिख धर्म के खिलाफ रहा है , राजीव गांधी का बयान और फिर 84 का नरसंहार किसी से छिपा नही है, कमलनाथ जी की चुप्पी आज भी सिख विरोधी मानसिकता का समर्थन करती नजर आ रही है ।
पंज प्यारो के बलिदान की तुलना सत्ता के लालचियों सिद्धू और उनकी टीम से करके कांग्रेस नेता ने सिखों की भावनाओं को आहत किया है और उसके लिए हरीश रावत और उनकी तरफ से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को तत्काल पूरे सिख समाज से माफी मांगनी चाहिए और कमलनाथ जी को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए ।