नई दिल्ली: हैदराबाद के उभरते बैडमिंटन स्टार श्रीकांत किदाम्बि के लिए क्रिसमस का शानदार तोहफ़ा उनकी रैंकिंग के रूप में आया है। श्रीकांत की वर्ल्ड रैंकिंग नंबर चार हो गई है। जबकि ओलिंपिक पदक विजेता सायना नेहवाल वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर चार पर बरक़रार हैं।

श्रीकांत को अपनी रैंकिंग के बारे में जानकारी एक दिन पहले ही मिल गई थी। सिर्फ़ आधिकारिक तौर पर इस रैंकिंग के ऐलान होने का इंतज़ार था। वह कहते हैं कि इस बारे में पता चला तो मुझे खुशी तो बहुत हुई और उतनी ही खुशी मेरे माता-पिता को भी हुई। लेकिन वो ये भी कहते हैं, "मैं रैंकिंग के पीछे भागता नहीं हूं।"

श्रीकांत अगले साल और मेहनत करना चाहते हैं ताकि वह पहले रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफ़ाई कर जाएं। फ़िलहाल वह रैंकिंग में सायना के बराबर आ गए हैं और इसे लेकर भी वह उत्साहित दिखे।

श्रीकांत ने इसी साल ओलिंपिक पदक विजेता और मशहूर चीनी खिलाड़ी लिन डैन तक को हरा दिया और सुपर सीरीज़ जीतने वाले
पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बने। श्रीकांत टॉप पांच में पहुंचने वाले सिर्फ़ तीसरे भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।

श्रीकांत को उम्मीद है कि रियो ओलिंपिक्स तक उनका ये फ़ॉर्म बरक़रार रहेगा। अगले साल इन खिलाड़ियों के लिए रियो ओलिंपिक्स में क्वालिफ़ाई करने का मौक़ा है। जिस तरह से श्रीकांत साल के आख़िर में फ़ॉर्म में नज़र आए हैं, उन्हें अब दुनिया का कोई खिलाड़ी हल्का आंकने की ग़लती नहीं करेगा।

श्रीकांत के कोच पुलेला गोपीचंद ख़ासे खुश नज़र आ रहे हैं। पी गोपीचंद कहते हैं, "कश्यप छठे नंबर तक पहुंच पाए हैं। मैं चौथे नंबर तक पहुंच पाया था जो मेरी बेहतरीन रैंकिंग थी। प्रकाश पाडुकोण सर नंबर-1 बने थे। लेकिन मुझे याद नहीं कि वो ऑफ़िशियल रैंकिंग थी या नहीं।"

गोपीचंद ये भी कहते हैं कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि श्रीकांत इसी साल इस मुकाम तक पहुंच जाएंगे। श्रीकांत खुद भी आत्मविश्वास से भरे नज़र आते हैं। श्रीकांत खुद भी कहते हैं कि इस साल की शुरुआत में वो 40वें-45वें नंबर पर थे। इसलिए उन्हें खुद भी उम्मीद नहीं थी कि वो नंबर-4 पर पहुंच जाएंगे।

ज़ाहिर है कि अगले दो साल अब श्रीकांत के गेम पर दुनिया के सभी टॉप कोच और खिलाड़ियों की पैनी नज़र रहेगी। श्रीकांत के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं और वह इसके लिए तैयार नज़र आते हैं।