भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला हेडिंग्ले (लीड्स) में खेला जा रहा है। तीसरे दिन दूसरी पारी में भारत ने 1 विकेट गंवाकर 110+ रन बना लिए हैं। फिलहाल रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा क्रीज पर हैं। दोनों के बीच 80+ रन की पार्टनरशिप हो चुकी है। मैच का स्कोरकार्ड देखने के लिए यहां क्लिक करें...

रोहित ने टेस्ट करियर की 14वीं फिफ्टी लगाई। यह इस सीरीज की उनकी दूसरी फिफ्टी है। पहली पारी के आधार पर भारत अभी भी इंग्लैंड से 230+ रन पीछे है।

रोहित को 32वें ओवर में जीवनदान मिला

भारत की पारी के 32वें ओवर में ओली रॉबिन्सन बॉलिंग कर रहे थे। इस ओवर की 5वीं बॉल रोहित के बैटिंग पैड पर लगी। फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया। इसके बाद रूट के पास डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) लेने का मौका था।

हालांकि वे 15 सेकेंड में रिव्यू नहीं ले पाए। 00 सेकेंड होते ही उन्होंने DRS के लिए हाथ उठाया, लेकिन अंपायर ने नकार दिया। बाद में रिप्ले में दिखा कि बॉल स्टंप्स पर लग रही थी। वक्त रहते रूट ने रिव्यू नहीं लिया और रोहित को जीवनदान मिल गया।

लोकेश राहुल लगातार तीसरी पारी में फेल

लोकेश राहुल (8 रन) लंच से पहले आखिरी ओवर में आउट हो गए। उन्हें क्रेग ओवरटन ने जॉनी बेयरस्टो के हाथों कैच कराया। बेयरस्टो ने स्लिप में एक हाथ से राहुल का शानदार कैच पकड़ा। लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में 129 रन बनाने के बाद से राहुल लगातार तीसरी पारी में फेल रहे। इस दौरान उन्होंने 5, 0 और आज 8 रन की पारी खेली।

आखिरी कुछ सेकेंड में रिव्यू लेकर बचे थे राहुल

10वें ओवर में ओली रॉबिन्सन बॉलिंग कर रहे थे। ओवर की चौथी बॉल राहुल के पैर पर लगी। अपील पर ऑनफील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया था। DRS के लिए 15 सेकेंड का वक्त दिया जाता है। राहुल इस दौरान चर्चा के लिए रोहित के पास पहुंचे और उनसे बात की।

आखिरी कुछ सेकेंड में राहुल ने DRS का इस्तेमाल किया। रिव्यू में दिखा कि बॉल मिडल और ऑफ पर पिच हो रही थी और लेग स्टंप को मिस कर रही थी। अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और इस तरह राहुल उस वक्त बच गए थे।

इंग्लैंड की टीम 432 रन पर ऑलआउट हुई

इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 432 रन पर ऑलआउट हुई। भारतीय टीम ने पहली पारी में 78 रन बनाए थे। इस लिहाज से इंग्लैंड को 354 रन की बढ़त मिली है। मौजूदा स्थिति में टीम इंडिया के लिए मैच बचाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है। अगर इस पोजिशन से भारतीय टीम मैच जीतना है तो उसे ऐसे कारनामे को अंजाम देना होगा जो टेस्ट क्रिकेट के 144 साल के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है।

सबसे बड़ी लीड खाकर जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम

टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी लीड खाने के बाद मैच जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। अगस्त 1992 में ऑस्ट्रेलिया ने कोलंबो टेस्ट में पहली पारी के आधार पर 291 रन की लीड हासिल की थी। इसके बावजूद कंगारू टीम ने मुकाबला 16 रन से जीत लिया। इस रिकॉर्ड से साफ है कि अब तक कोई भी टीम 300 या इससे अधिक रन की लीड खाने के बाद टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है।

इंग्लैंड के लिए रूट ने शतक जमाया

तीसरे दिन इंग्लैंड ने 8 विकेट पर 423 रन से आगे खेलना शुरू किया। मोहम्मद शमी ने क्रेग ओवरटन (32 रन) को LBW किया। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने ओली रॉबिन्सन को बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी को 432 रन पर समेट दिया।

कप्तान जो रूट ने सीरीज तीसरा शतक जमाते हुए 121 रनों की पारी खेली। इसके अलावा रोरी बर्न्स 61 रन, हसीब हमीद 68 रन, डेविड मलान 70 रन बनाकर आउट हुए। भारत की ओर से शमी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके। इसके अलावा मोहम्मद सिराज, बुमराह और रवींद्र जडेजा को 2-2 विकेट मिला।

सुशील दोषी से सुनिए दूसरे दिन के खेल का एनालिसिस

78 रन पर ऑलआउट हो गई टीम इंडिया

इससे पहले टीम इंडिया 78 रन पर सिमट गई। यह भारत का इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में तीसरा और ओवरऑल 9वां सबसे छोटा स्कोर है। भारत ने अपने आखिरी 5 विकेट 11 रन और 28 मिनट के अंदर गंवा दिए। भारत के सिर्फ 2 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। रोहित शर्मा 19 रन के साथ सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले बल्लेबाज रहे।

इसके अलावा विराट कोहली 7 रन, चेतेश्वर पुजारा 1 रन, लोकेश राहुल 0, अजिंक्य रहाणे 18 रन और पंत 2 रन बना सके। जेम्स एंडरसन और क्रेग ओवरटन ने 3-3 और ओली रॉबिन्सन और सैम करन ने 2-2 विकेट झटके।

इस साल तीनों में से किसी का औसत 30 के ऊपर नहीं

साल 2021 में पुजारा ने अब तक 10 टेस्ट मैचों की 17 पारियों में 27.18 की औसत से महज 435 रन बनाए हैं। वहीं, विराट कोहली ने 8 मैचों में 24.83 की औसत से 298 रन बनाए हैं। ये दोनों इस साल कोई शतक नहीं जमा पाए हैं। रहाणे ने 10 मैचों में 21.75 की औसत से 348 रन बनाए हैं। वे भी कोई शतक नहीं जमा पाए हैं।