नई दिल्ली : उन्नाव से बीजेपी के सांसद साक्षी महाराज ने आज एक विवादित बयान देते हुए कहा कि महात्मा गांधी को मारनेवाला नाथूराम गोडसे देशद्रोही नहीं बल्कि राष्ट्रभक्त थे. हालांकि बाद में मामला को तूल पकड़ते देख साक्षी महाराज अपने बयान से पलट गए. इससे पहले राज्यसभा में आज दो बार नाथूराम गोडसे के महिमामंडन के सवाल पर सदन का काम ठप हुआ. कांग्रेस सांसद हुसैन दलवई ने राज्यसभा में महाराष्ट्र में नाथूराम गोडसे की पूण्यतिथि पर शौर्य दिवस मनाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसके पीछे बीजेपी के शामिल होन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता
दलवई ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र भी लिखा है, जिसमें उनसे अपील की गई है कि इस तरह का कार्यक्रम करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाए.
वहीं इस मामले पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार महात्मा गांधी के हत्यारे का किसी भी रूप में समर्थन नहीं कर रही है.
इधर संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि गोडसे की प्रशंसा का सवाल पैदा नहीं होता है. मैं यह बात ऑन रिकार्ड कह रहा हूं.
गौरतलब है कि 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे से द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
नाथूराम गोडसे देशद्रोही नहीं, देशभक्त: साक्षी महाराज
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