इंडिया रेटिंग्स ने ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) ग्रोथ के पूर्वानुमान को घटा दिया है. एजेंसी ने पहले 9.6 फीसदी की दर से ग्रोथ होने का अनुमान लगाया था, लेकिन अब इसको घटाकर 9.4 फीसदी कर दिया है. वहीं, रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद इकोनॉमी में मजबूत रिकवरी देखने को मिली है. इसके अलावा फाइनेंशियल ईयर की छमाही समीक्षा में एजेंसी ने कहा कि कोविड के खिलाफ चल रहे वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) की रफ्तार को देखकर नहीं लगता है कि 31 दिसंबर तक देश के सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण हो पाएगा.

बता दें जून महीने में एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि जीडीपी की ग्रोथ 9.6 फीसदी की दर से होगी, लेकिन यह सिर्फ तब ही संभव हो सकता है जब देश के सभी वयस्कों का वैक्सीनेशन हो जाएगा. देश में जिस हिसाब से वैक्सीनेशन की रफ्तान बढ़ेगी उसी हिसाब से देश की जीडीपी की भी रफ्तार में इजाफा होगा.

इकोनॉमिस्ट ने क्या कहा?
रेटिंग एजेंसी के प्रिंसिपल इकोनॉमिस्ट सुनील कुमार सिन्हा ने कहा, “वैक्सीनेशन की रफ्तार को देखते हुए यह लगभग तय है कि देश की पूरी व्यस्क जनसंख्या को दिसंबर के अंत तक वैक्सीन नहीं लगाई जा सकेगी.”

हर दिन देनी होगी 52 लाख डोज
रेंटिग एजेंसी के अनुमान के मुताबिक, इस साल के आखिर तक पूरी वयस्क जनसंख्या को वैक्सीन देने के लिए हर दिन लगभग 52 लाख डोज देनी होगी. इसके अलावा अगले साल मार्च के आखिर तक सभी को सिंगल डोज देने की जरूरत होगी.

क्यों घटाया अनुमान
सिन्हा ने बताया, “हमने कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होने के कारण GDP ग्रोथ का अनुमान 9.4 फीसदी किया है. इसके अलावा कुछ अन्य इंडिकेटर भी जल्द रिकवरी दिखा रहे हैं. खरीफ की फसलों की बुवाई में तेजी आई है और एक्सपोर्ट में भी बढ़ोतरी हो रही है.”