झालावाड़। राजस्थान में बीजेपी के पोस्टर से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तस्वीर गायब रहने पर उन्होंने कोटा में कहा कि वह पोस्टर की राजनीति में विश्वास नहीं करती हैं और वह लोगों के दिलों में रहना चाहती हैं, तस्वीरों में नहीं। बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे अपने क्षेत्र झालावाड़ के दो दिनों के दौरे पर थीं और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही थीं। बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने के बाद वसुंधरा ने कहा कि जब लोग तकलीफ में होते हैं तो उनकी मदद करनी चाहिए। वसुंधरा राजे ने कहा, जब मैं राजनीति में आई तो राजमाता विजया राजे सिंधिया ने मुझे कहा कि हाथ की पांच उंगलियां कभी बराबर नहीं होती हैं, लेकिन आपकी जिम्मेदारी ये होती है कि आप लोगों को एक परिवार के रूप में बांधें और वे एक दूसरे से प्यार करें, इसके बावजूद कि उनके स्वभाव अलग अलग तरह के होते हैं।
राजस्थान बीजेपी में पोस्टर विवाद पर वसुंधरा ने पुराने किस्से को सुनाया। उन्होंने कहा कि जब वह पहली बार चुनाव जीतकर जयपुर पहुंचीं और सीएम बनीं तो पूरे शहर में उनके बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए थे, लेकिन उन्होंने तुरंत मांग की कि इन पोस्टरों को हटा दिया जाए। जब वह दूसरी बार सीएम बनीं तो भी ऐसा ही हुआ। वसुंधरा राजे ने कहा, आप सभी अच्छी तरह जानते हैं कि उस समय भी मैंने कहा था कि इन पोस्टरों को तुरंत हटाया जाए। राजस्थान की पूर्व सीएम ने दावा किया कि उनके लिए सबसे बड़ी चीज ये है कि लोग उन्हें याद रखें। वसुंधरा ने कहा, मैं लोगों के दिलों पर राज करना चाहती हूं, और ऐसा काम करना चाहती हूं कि लोग इसमें अपने दिमाग में याद रखें और जब उनके दिमाग में मेरे द्वारा किया गया काम याद रहेगा तो वे लोग मुझे प्यार करेंगे और उनके दिलों तक रास्ता बनाने में कामयाब रहूंगी। राजस्थान में बीजेपी के पोस्टरों से वसुंधरा के नदारद होने के बीच पूर्व सीएम ने कहा कि इससे बड़ा सौभाग्य उनके लिए क्या होगा, और इसके सामने ये पोस्टर क्या करेंगे। पोस्टर विवाद पर वसुंधरा ने दो टूक कहा, मुझे दिलों पर राज करना है, पोस्टरों में नहीं और यही मैं कोशिश कर रही हूं और यही मेरा एकमात्र उद्देश्य रहा है।
पोस्टर की राजनीति में विश्वास नहीं, मैं लोगों के दिलों में रहना चाहती हूं:वसुंधरा
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